आखिर भगोड़ा अमृतपाल चढ़ा पुलिस के हत्थे, मोगा के गुरुद्वारे में दे रहा था प्रवचन, बोला- गिरफ्तारी अंत नहीं शुरुआत, इतने मामले हैं दर्ज
नई दिल्ली/अमृतसर. जहां एक तरफ भगोड़े अमृतपाल सिंह को रविवार सुबह पंजाब पुलिस ने मोगा से अरेस्ट कर लिया। वहीं अमृतपाल को रोडे गांव में एक गुरुद्वारे से गिरफ्तार किया बताया गया है। इस सरेंडर के पहले अमृतपाल ने बाकायदा गुरुद्वारे में प्रवचन दिया था। इसके साथ ही वह यहां अपने समर्थकों की भीड़ के साथ सरेंडर करना चाहता था। अब जानकारी के अनुसार अमृतपाल को बठिंडा एयरपोर्ट से फ्लाइट के जरिए असम की डिब्रूगढ़ जेल ले जाया जाएगा। अमृतपाल पर NSA के तहत केस दर्ज है।
वहीं अपनी गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल ने यह भी कहा कि, “यह जमीन जरनैल सिंह भिंडरांवाले का जन्म स्थान है। उसी जगह पर हम अपना काम आगे बढ़ा रहे हैं और अहम मोड़ पर खड़े हैं। एक महीने से जो कुछ हो रहा है, वे आप सब सभी ने देखा है। अगर सिर्फ गिरफ्तारी की बात होती, तो गिरफ्तारी के तो बहुत तरीके थे। हम सहयोग करते। दुनिया की कचहरी में हम दोषी हो सकते हैं। सच्चे गुरु की कचहरी में बिल्कुल भी नहीं। एक महीने बाद हमने फैसला किया, इसी धरती पर लड़े हैं और लड़ेंगे। जो झूठे केस हैं, उनका सामना करेंगे। गिरफ्तारी इसका अंत नहीं बल्कि यह तो शुरुआत है।’ बता दें कि, भगोड़े अमृतपाल सिंह के ऊपर अपहरण, धमकी, NSA सहित कई मामले दर्ज हैं।
इतने मामले हैं दर्ज
16 फरवरी- अजनाला पुलिस ने अमृतपाल और उसके साथियों पर अपहरण और हमला करने का मामला किया दर्ज।
22 फरवरी- डिविजन बी पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ नफरत फैलाने का मामला किया दर्ज।
22 फरवरी- बाघापुराना पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ क्लास में तालमेल नहीं बिठाने पर FIR।
24 फरवरी- अजनाला पुलिस थाने पर धावा बोलने के बाद पुलिस पर हमला करने और हत्या के प्रयास के लिए उसे और उसके समर्थकों पर FIR दर्ज किया।
18 मार्च- खालचियां पुलिस ने किया उसके और उसके साथियों पर आर्म्स एक्ट और IPC के तहत FIR।
19 मार्च- जालंधर पुलिस ने उसके खिलाफ रैश ड्राइविंग का बनाया केस ।
जानकारी दें कि, अमृतपाल पिछले 36 दिन से फरार था। दरअसल उसने अपने एक समर्थक की रिहाई के लिए 23 फरवरी को पंजाब के अजनाला थाने पर हमला किया था। 18 मार्च को पुलिस ने अमृतपाल की गिरफ्तारी के लिए घेराबंदी की थी, लेकिन फिर गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने कई बार पंजाब पुलिस चकमा दिया और हमेशा गिरफ्तारी से बचता फिर रहा था।अमृतपाल फरार हो गया। इतना ही नहीं वह भेष बदल-बदलकर भाग रहा था ताकि पुलिस उसे गिरफ्तार न कर पाए।वहीं, लेकिन अब उसने खुद ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।