नई दिल्ली: पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना नेता संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया है। उनकी गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में उथल पुथल जारी है। इसी बीच खबर है कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे एक अहम बैठक की अध्यक्षता करने जा रहे हैं।
61 वर्षीय राउत शिवसेना अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी सहयोगी हैं, साथ ही शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता और सामना समूह के समाचार पत्रों के कार्यकारी संपादक हैं। इन वर्षो में राउत विभिन्न राज्य और राष्ट्रीय विपक्षी दलों को एक साथ रैली करने के अलावा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सबसे उग्र आलोचकों में से एक बन गए।
वह तत्कालीन महा विकास अघाड़ी सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के समय से ही ईडी की जांच के दायरे में थे, जो 31 महीने सत्ता में रहने के बाद 29 जून को गिर गई थी। इस बीच संजय राउत के भाई और शिवसेना विधायक सुनील राउत ने कहा कि गिरफ्तारी से बीजेपी शिवसेना की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, हम इस सब फर्जी कार्रवाइयों से नहीं डरते.. राउत साहब लड़ेंगे, हम सब लड़ेंगे..शिवसेना लड़ेगी, लेकिन अब भाजपा के सामने नहीं, संजय राउत कभी शिवसेना नहीं छोड़ेंगे।