नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक मई से अपनी मालदीव की आधिकारिक यात्रा शुरू की है। यात्रा के दौरान वह मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया अहमद दीदी और विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे। वहीं वायु सेना प्रमुख (सीएएस) एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी सोमवार को श्रीलंका की चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर रवाना हुए हैं। यात्रा के दौरान, वायु सेना प्रमुख श्रीलंका के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, रक्षा राज्य मंत्री, रक्षा प्रमुख, श्रीलंका के वायु सेना, थल सेना और नौसेना के कमांडरों के साथ ही रक्षा सचिव से भी मुलाकात करेंगे।
वायु सेना प्रमुख श्रीलंका वायु सेना के कमांडर, एयर मार्शल एसके पथिराना के निमंत्रण पर श्रीलंका गए हैं। अपने प्रवास के दौरान वे नेशनल डिफेंस कॉलेज, श्रीलंका के छात्र अधिकारियों से भी मुलाकात करेंगे और श्रीलंका की वायु सेना अकादमी का दौरा करेंगे। वायु सेना प्रमुख की यात्रा से दोनों देशों के बीच मौजूदा पेशेवर संबंधों और आपसी सहयोग का विकास होगा।
उधर मित्र देशों और क्षेत्र के साझीदारों की क्षमता निर्माण के लिए भारत की प्रतिबद्धता के अनुरूप, राजनाथ सिंह मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों को एक फास्ट पेट्रोल वेसल जहाज और एक लैंडिंग क्राफ्ट उपहार में देंगे। अपने प्रवास के दौरान वह देश में जारी परियोजना स्थलों का भी दौरा करेंगे और प्रवासी भारतीयों से बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक यह यात्रा दोनों देशों के बीच मित्रता के प्रगाढ़ संबंधों के निर्माण में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि भारत और मालदीव समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, कट्टरपंथीकरण, समुद्री डकैती, तस्करी, संगठित अपराध और प्राकृतिक आपदाओं सहित साझा चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। भारत की पड़ोसी पहले नीति के साथ-साथ सागर (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) विजन तथा मालदीव की भारत पहले नीति में हिंद महासागर क्षेत्र के भीतर क्षमताओं को संयुक्त रूप से विकसित करने के लिए मिलकर कार्य करने की इच्छा जताई गई है।