लखनऊ : समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश में शानदार जीत दर्ज करने के बाद अखिलेश यादव केन्द्र की राजनीति में एक्टिव होंगे। माना जा रहा है कि वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़कर राष्ट्रीय राजनीति पर ध्यान केंद्रित करेंगे। जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव आज यानी 11 जून को करहल विधानसभा सीट से इस्तीफा दे सकते हैं। अखिलेश आज विधायक पद से इस्तीफा दे सकते हैं। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव जीता था। सपा ने इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जानकारी के मुताबिक यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के तौर पर शिवपाल सिंह यादव को पार्टी नामित कर सकती है। क्योंकि वह पार्टी में सबसे वरिष्ठ विधायक हैं।
फिलहाल अखिलेश यादव के दिल्ली की राजनीति में एक्टिव होने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह है कि यूपी में नेता प्रतिपक्ष का पद कौन संभालेगा। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि शिवपाल यादव को विधायक दल का नेता बनाया जा सकता है। क्योंकि शिवपाल अब विधायक दल में सबसे वरिष्ठ सदस्य हैं। लिहाजा उन पर पार्टी अपनी मोहर लगा सकती है। हालांकि ये भी संभावना जताई जा रही है कि इस बार मुस्लिमों ने सपा को जमकर वोट दिया है। लिहाजा मुस्लिम वर्ग से किसी विधायक को नेता प्रतिपक्ष के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। फिलहाल नेता प्रतिपक्ष का पद किसे दिया जाए इस पर अंतिम फैसला अखिलेश यादव ही लेंगे।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट 1,70,922 मतों के अंतर से जीती। अखिलेश यादव को कन्नौज में 6,42,292 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी और बीजेपी के प्रत्याशी सुब्रत पाठक को 4,71,370 वोट मिले। वहीं, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के इमरान बिन जफर को 81,639 वोट मिले थे। अखिलेश 2000 में कन्नौज सीट से उपचुनाव में लोकसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने 2004 और 2009 का चुनाव भी जीता था। असल में कन्नौज को सपा का गढ़ कहा जाता है, लेकिन 2019 के चुनाव में यहां पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी।