पाकिस्तान को अमेरिका ने दिया बड़ा झटका, अब मिसाइल बनाने में मदद नहीं कर पाएंगी चीनी और बेलारूस की कंपनियां
वाशिंगटन। पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने लंबी दूरी और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए तकनीकी चीजों की आपूर्ति करने वाली चीनी और बेलारूस की कंपनियों पर बैन लगा दिया है। शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट, चीन की तियानजिन क्रिएटिव सोर्स इंटरनेशनल ट्रेड और ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड और बेलारूस की मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट पर ये बैन लगा है। ये कंपनियां उन गतिविधियों में लीन थी, जिससे खतरनाक हथियारों को बनाने में मदद मिल रही थी।
अमेरिका ने क्या कहा?
अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि पाकिस्तान द्वारा मिसाइल बनाने में ये कंपनियां मदद कर रही थी। मिलर ने कहा कि अमेरिका कोई भी गलत कदम को रोकने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है। बता दें कि चीन हमेशा से पाकिस्तान का सहयोगी रहा है और इस्लामाबाद के सैन्य आधुनिकीकरण कार्यक्रम के लिए हथियारों और रक्षा उपकरणों को उपलब्ध कराता रहा है।
इनमें से एक कंपनी मिन्स्क व्हील ट्रैक्टर प्लांट ने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए विशेष वाहन चेसिस की आपूर्ति की। विदेश विभाग की फैक्टशीट के अनुसार, ऐसी चेसिस का उपयोग पाकिस्तान के राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) द्वारा बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए लॉन्च सपोर्ट उपकरण के रूप में किया जाता है, जो मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था श्रेणी (एमटीसीआर) बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास के लिए जिम्मेदार है।
शीआन लॉन्गडे टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड ने पाकिस्तान के लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए फिलामेंट वाइंडिंग मशीन सहित मिसाइल से संबंधित उपकरण की आपूर्ति की, जो एनडीसी के लिए किया गया। इसके अलावा, ग्रैनपेक्ट कंपनी लिमिटेड ने पाकिस्तान के एनडीसी को बड़े रॉकेट मोटर्स के परीक्षण के लिए उपकरण की आपूर्ति करने का भी काम किया।