नई दिल्ली. अमेरिका और जापान द्विपक्षीय बातचीत के बाद अहम बयान जारी किया है। संयुक्त बयान में कहा गया है कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के साथ मिलकर हम यह सुनिश्चित करेंगे कि क्वाड वैश्विक स्वास्थ्य, साइबर सुरक्षा, जलवायु, उभरती प्रौद्योगिकियों और समुद्री डोमेन जागरूकता पर परिणाम देकर क्षेत्र को लाभ पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अच्छे कार्य के लिए एक बल बना रहे हैं।
इसमें कहा गया है, हम आसियान केंद्रीयता और एकता के साथ-साथ हिंद-प्रशांत पर आसियान नजरिए का समर्थन करना जारी रखेंगे। हम सुरक्षा और अन्य क्षेत्रों में जापान, कोरिया गणराज्य और अमेरिका के बीच महत्वपूर्ण त्रिपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
किशिदा जी-7 देशों के अपने दौरे के अंतिम चरण में अमेरिका पहुंचें। किशिदा ने फ्रांस, इटली, ब्रिटेन और कनाडा समेत छह देशों की अपनी यात्रा सोमवार को शुरू की थी। 13 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से उनकी मुलाकात हुई। रक्षा मंत्री यासुकाजु हमादा और विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी अपने अमेरिकी समकक्षों लॉयड ऑस्टिन और एंटनी ब्लिंकेन से ‘टू प्लस टू’ सुरक्षा वार्ता के लिए बुधवार को रवाना हुए थे।
किशिदा ने कहा था कि बाइडन के साथ उनकी शिखर वार्ता जापान-अमेरिका गठबंधन की ताकत को रेखांकित करेगी और यह भी निर्धारित करेगी कि कैसे दोनों देश जापान की नई सुरक्षा और रक्षा रणनीतियों के तहत अधिक निकटता से काम कर सकते हैं। जापान का कहना है कि चीन और उत्तर कोरिया में तेजी से बढ़ते हथियारों से बचाव के लिए मिसाइल ‘इंटरसेप्टर’ की मौजूदा तैनाती अपर्याप्त है। उन्होंने कहा हम मुक्त व स्वतंत्र हिंद-प्रशांत में साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।