भारत के साथ सुरक्षित हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने पर काम जारी रखेगा अमेरिका

0 65

वाशिंगटन : भारत के साथ आर्थिक मामलों पर काम करने से जुड़े एक सवाल पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा, दोनों देशों के बीच लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए विदेश मंत्रालय लगातार काम कर रहा है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, अमेरिका भारत के साथ स्वतंत्र, सुरक्षित, समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने पर काम करना जारी रखेगा। यह उनकी प्राथमिकता बनी रहेगी।

भारत में लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के बाद एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार बनने का रास्ता साफ हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आठ मई को शपथ लेंगे। भारत की तरफ से कई विदेशी मेहमानों को न्यौता भेजा जा रहा है। यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए कोई प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना बना रहा है? विदेश विभाग के प्रवक्ता मिलर ने कहा कि उनके पास अभी कोई घोषणा नहीं है, लेकिन इसके लिए तैयार रहें। आने वाले समय में इस पर एलान किया जा सकता है।

भारत और अमेरिका के बीच वार्षिक टू-प्लस-टू वार्ता पर मिलर ने कहा कि अमेरिका इसे आयोजित करना जारी रखेगा। हालांकि, फिलहाल इस पर अन्य विवरण साझा नहीं किया जा सकता। मिलर ने कहा, यह अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण प्राथमिकता है।

भारत को दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताते हुए, अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने 2024 के लोकसभा चुनावों के सफल संचालन के लिए भारत सरकार, मतदाताओं और मतदान कर्मियों की सराहना भी की। मिलर ने कहा कि पिछले छह हफ्तों में हुए चुनाव दुनिया के इतिहास में लोकतंत्र का सबसे बड़ा अभ्यास थे। अमेरिका इस विशाल उपक्रम के लिए भारत सरकार, मतदाताओं और मतदान कर्मियों की सराहना करता है।

मैथ्यू मिलर ने इस बात पर जोर दिया कि अमेरिका प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करना जारी रखना चाहता है। उन्होंने कहा, विभिन्न सरकारों में प्रधानमंत्री-गठबंधन के संदर्भ में, ये सभी विकल्प भारतीय लोगों को चुनने हैं और हम भारतीय लोगों की इच्छा का सम्मान करते हैं।

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.