वाशिंगटन ; क्या भारत के और करीब आना चाहता है अमेरिका? ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अमेरिकी दूतावास ने इस बार 1.25 लाख भारतीय छात्रों को वीजा जारी कर अपने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। अमेरिकी विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने इसकी जानकारी दी है। भारतीय पर्यटकों के लिए वीजा बैकलॉग जारी करने में देरी के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए प्राइस ने स्वीकार किया कि देरी हुई है, लेकिन भारत में हमारे दूतावास और वाणिज्य दूतावासों ने एकल में जारी किए गए छात्र वीजा की संख्या के लिए अपना सर्वकालिक रिकॉर्ड तोड़ दिया। वित्तीय वर्ष 2022 में हमने लगभग 1,25,000 छात्र वीजा जारी किए हैं।
नेड प्राइस ने कहा कि हम निश्चित रूप से मानते हैं कि कुछ आवेदकों को अभी भी विस्तारित वीजा प्रतीक्षा समय का सामना करना पड़ सकता है और हम वीजा साक्षात्कार नियुक्ति प्रतीक्षा समय को जितनी जल्दी हो सके कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। प्राइस ने कहा कि अमेरिका गैर-आप्रवासी यात्रियों को वैध यात्रा की सुविधा देते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और प्रशासन के लक्ष्य के लिए समय पर वीजा प्रसंस्करण महत्वपूर्ण है।
नेड प्राइस ने कहा कि वीजा को तेजी से संसाधित करने में अमेरिकी प्रयासों पर प्रकाश डालते हुए, प्राइस ने कहा कि हमने इस महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिए अमेरिकी विदेश और सेवा कर्मियों की भर्ती को दोगुना कर दिया है। वीजा प्रसंस्करण अनुमान से अधिक तेजी से ठीक हो रहा है और आने वाले वर्षों में हम पूर्व-महामारी प्रसंस्करण स्तर तक पहुंचने की उम्मीद करते हैं। इससे पहले, अमेरिकी दूतावास के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नवंबर 2022 में भारत में विश्वास जताया था और कहा था कि नई दिल्ली को 2023 तक वीजा की संख्या में चीन को पीछे छोड़ने की उम्मीद है और मेक्सिको के बाद वीजा जारी करने में दूसरे स्थान पर होगा।