नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) आज शनिवार, 21 दिसंबर 2024 को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में आयोजित उत्तर पूर्वी परिषद (NEC) के 72वें पूर्ण सत्र की अध्यक्षता करेंगे। यह कार्यक्रम प्रज्ञा भवन में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia), सभी आठ राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे। गृह मंत्री अमित शाह एनईसी बैठक के अलावा वित्तीय, प्राथमिकता क्षेत्र ऋण, डिजिटल समावेश और ऋण वितरण की समीक्षा के लिए बैंकरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक करेंगे।
गृह मंत्री का दौरा ब्रू (रियांग) बस्ती शिविर तक भी विस्तारित होगा, जहां वह शनिवार को ब्रुहापारा शिविर का दौरा करेंगे। यह दौरा 2018 में हुए ऐतिहासिक ब्रू समझौते के बाद पहली बार होगा, जब गृह मंत्री इस समझौते के जमीनी प्रभाव का आकलन करने के लिए शिविर का निरीक्षण करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह रविवार (22 दिसंबर 2024) को त्रिपुरा के धलाई जिले के मसूराईपारा में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद वह रवीन्द्र सताबर्षिकी भवन में राष्ट्रीय सहकारी सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम
गृह मंत्री की दो दिवसीय यात्रा को ध्यान में रखते हुए राजधानी शहर अगरतला और इसके आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। त्रिपुरा सूचना और सांस्कृतिक मामलों के विभाग के निदेशक बिंबिसार भट्टाचार्जी ने बताया कि गृह मंत्री की यह यात्रा न केवल एनईसी सत्र के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ब्रू पुनर्वास और वित्तीय समावेशन के क्षेत्रों में भी विशेष ध्यान केंद्रित करेगी।
सीआरपीएफ जवानों की तैनाती
पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री के दो दिवसीय दौरे के मद्देनजर राजधानी के आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। उन्होंने आगे कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री की यात्रा और एनईसी के पूर्ण अधिवेशन के दौरान पुख्ता सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अगरतला और उसके आसपास करीब 2,000 त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के जवानों को तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, संवेदनशील स्थानों पर करीब 100 सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है और बीएसएफ से भारत-बांग्लादेश सीमा पर कड़ी निगरानी रखने का अनुरोध किया गया है।