नई दिल्ली: खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस नाको चने चबाना पड़ रहा है. लाख कोशिशों के बाद भी पंजाब पुलिस उसे पकड़ने में सफलता हासिल नहीं कर पाई है. इस बीच पुलिस ने अमृतपाल सिंह के एक अन्य सहयोगी को गिरफ्तार की है. पुलिस की ओर से यह गिरफ्तारी अजनाला हिंसा के मामले में की गई है.
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब पुलिस की ओर से गिरफ्तार आरोपी की पहचान वारिंदर सिंह के रूप में हुई है. वारिंदर जोहल राजा सिंह वाला गांव का रहने वाला है. पुलिस ने वारिंदर को तरण तारण जिले के पट्टी से गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने वारिंदर के खिलाफ भी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई करते हुए असम की डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया है. बता दें कि अमृतपाल के कई और सहयोगियों असम की जेल में ही रखा गया है. इन पर भी एनएसए लगाया गया है. वारिंदर सिंह के बारे में जानकारी देते हुए अमृतसर ग्रामीण के एसएसपी सतिंदर सिंह ने कहा कि आरोपी अमृतपाल के गनमैन के रूप में काम कर रहा था.
अजनाला की घटना के बाद पुलिस ने हाल ही हथियार लाइसेंस को रद्द कर दिया था. पुलिस ने आगे बताया कि वारिंदर सिंह भारतीय सेना में बतौर कॉन्स्टेबल अपनी सेवा दे चुका है. रिटायरमेंट के बाद से अब वो अमृतपाल सिंह के लिए एक गनमैन के रूप में काम कर रहा था.
अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस अभी हाई अलर्ट पर है. जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. अमृतपाल के कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिसमें वो अलग अंदाज में दिख रहा है. अकाल तख्त जत्थेदार ने अमृताल सिंह से पुलिस के सामने सरेंडर करने की अपील की है.
अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी जैल सिंह ने शनिवार को अमृतपाल से पुलिस के सामने सरेंडर करने और जांच में सहयोग करने की अपील की. इसके साथ-साथ पुलिस पर भी सवाल उठाया कहा कि इतनी बड़ी फोर्स होने के बाद पंजाब पुलिस अभी तक अमृतपाल को गिरफ्तार क्यों नहीं कर पाई है.