अमरावती: आंध्र प्रदेश के पर्यटन मंत्री आर.के. रोजा ने अभिनेता और जन सेना पार्टी के नेता पवन कल्याण को मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पवन कल्याण ने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू को लाभ पहुंचाने के लिए जन सेना पार्टी (जेएसपी) बनाई है।
उन्होंने पवन कल्याण से कहा, “पहले आप पार्षद के रूप में चुने जाते हैं और फिर विधानसभा चुनाव जीतने की बात करते हैं।” उन्होंने दो दिन पहले दावा किया था कि जेएसपी अगले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करेगी। रोजा, जो खुद एक एक्ट्रेस रह चुकी हैं, ने पवन कल्याण पर तीखा हमला किया और टिप्पणी की, कि उनके आचरण के कारण फिल्मी हस्तियां शर्म से सिर झुका रही हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य के लोग पवन की भविष्यवाणी पर हंस रहे थे कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) अगले चुनाव में 175 सदस्यीय विधानसभा में केवल 67 सीटें जीतेगी। रोजा ने आरोप लगाया कि अभिनेता ने तेदेपा और उसके नेता चंद्रबाबू नायडू की खातिर पार्टी बनाई। उन्होंने आरोप लगाया कि पवन कल्याण ने अपनी यात्रा इसलिए टाल दी, क्योंकि तेदेपा महासचिव और चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश ने भी अपनी पदयात्रा स्थगित कर दी थी।
पवन ने 2014 के चुनाव में तेदेपा-भाजपा गठबंधन के लिए प्रचार किया था, लेकिन चुनाव लड़ने से दूर रहे। बाद में उन्होंने तेदेपा और भाजपा से दूरी बना ली। पवन की पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और वाम दलों के साथ गठबंधन में 2019 का चुनाव लड़ा। हालांकि, वाईएसआरसीपी ने 151 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की। जेएसपी को सिर्फ एक सीट मिली और पवन को खुद दोनों सीटों से हार का मुंह देखना पड़ा।
पवन ने कहा कि जेएसपी ने 2019 में राज्य में एक मजबूत राजनीतिक दल बनने के लिए चुनाव लड़ा था। उन्होंने कहा, “हमने चुनाव में हार का स्वाद चखा, जो राजनीति में बिल्कुल सामान्य है। मैं निराश नहीं हूं और कहीं नहीं जाऊंगा।” पवन, जो मेगास्टार चिरंजीवी के छोटे भाई हैं, ने एक बार फिर 2020 में भाजपा के साथ हाथ मिलाया। उन्होंने हाल ही में घोषणा की कि 2024 के चुनावों में वाईएसआरसीपी विरोधी वोटों के विभाजन से बचने के लिए उनकी योजना सभी विपक्षी दलों को एक साथ लाने की है।