लखनऊ. कानपुर हिंसा के बाद शुक्रवार को प्रयागराज समेत यूपी के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शनों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक बुलाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों द्वारा इस तरह की कोशिशें आने वाले दिनों में फिर हो सकती हैं. पुलिस उन्हें नाकाम करेगी. मुख्यमंत्री योगी शनिवार को यहां एसपी, डीएम, पुलिस कमिश्नर और एसएसपी के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे. उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि साजिशकर्ताओं ने अपने दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए किशोर युवाओं का सहारा लिया है. इसलिए मुख्य साजिशकर्ताओं की पहचान जरूरी है. यह समझना होगा कि असामाजिक तत्वों द्वारा इस तरह के प्रयास आने वाले दिनों में फिर से हो सकते हैं. इन लोगों का मकसद राज्य की शांति और सद्भाव को बिगाड़ना है. हमें एक टीम के रूप में काम करके ऐसे प्रयासों को विफल करना होगा.
उन्होंने कहा कि पूर्व में कानपुर, प्रयागराज, सहारनपुर, मुरादाबाद, हाथरस, फिरोजाबाद, अंबेडकर नगर के विभिन्न जिलों में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक शांति और सद्भाव का माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया गया. इससे पहले 3 जून को कानपुर में भी ऐसा ही प्रयास किया गया था. इसके बाद भी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए, जिससे प्रदेश के अधिकांश जिलों में शांति बनी रही. इस शांति व्यवस्था को स्थायी बनाए रखने के लिए सतर्क और सावधान रहना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुर्भावनापूर्ण असामाजिक प्रयासों पर उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन द्वारा प्रभावी कार्रवाई की गयी है. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार रहना होगा. पुलिस और प्रशासन 24 अलर्ट मोड में रहे. यूपी के मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक लोकतांत्रिक देश के नागरिक हैं. ऐसे में हमें सभी पक्षों से संवाद बनाए रखना होगा. धर्मगुरुओं/नागरिक समाज के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें. साथ ही उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई भी जारी रखी जाए. कार्रवाई ऐसी होनी चाहिए जो समाज विरोधी सोच रखने वाले सभी तत्वों के लिए एक मिसाल बने. माहौल खराब करने की कोई सोच भी नहीं सकता. ऐसे में डायलॉग और सेक्टर स्कीम को लागू किया जाए.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अधिकारियों को कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर तरह के फैसले लेने का अधिकार है. स्थानीय स्थिति को देखते हुए उचित निर्णय लें. आने वाले दिनों में जिन भी जिलों में माहौल बिगड़ने की आशंका है, वहां जरूरत के मुताबिक धारा 144 लागू की जाए. कहा कि हर मामले में सार्वजनिक/सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई संबंधित दोषी व्यक्ति से की जानी चाहिए. प्रयागराज में रिकवरी नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. अन्य जिलों को भी तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए. इस संबंध में एक न्यायाधिकरण का गठन किया गया है, नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
योगी ने कहा कि अवैध कमाई असामाजिक गतिविधियों में ही खर्च की जाती है. ऐसी स्थिति में षडयंत्रकारियों/अभियुक्तों के बैंक खातों/संपत्तियों आदि का पूरा विवरण एकत्र करें. उनके वित्तीय स्रोतों की गहन जांच की जानी चाहिए. एक समर्पित टीम बनाकर जांच करें. ऐसे मामलों में वरिष्ठ अधिकारियों का नेतृत्व करें. उन्होंने आगे कहा कि शरारती बयान देने वालों से जीरो टॉलरेंस की नीति से सख्ती से निपटा जाए. माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे अराजक तत्वों से पूरी सख्ती बरती जाए. एक भी बेगुनाह को तंग मत करो और किसी भी दोषी को मत छोड़ो. योगी ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए. हर शाम पुलिस बल पैदल पेट्रोलिंग करे, पीआरवी 112 सक्रिय रहे.
उन्होंने कहा कि बुलडोजर की कार्रवाई पेशेवर अपराधियों/माफियाओं के खिलाफ है. यह क्रिया निरंतर जारी रहनी चाहिए. प्रदेश में किसी गरीब के घर में गलती से भी कोई कार्रवाई नहीं होगी. यदि किसी गरीब असहाय व्यक्ति ने कुछ कारणों से अनुपयुक्त स्थान पर घर का निर्माण करवाया है तो स्थानीय प्रशासन द्वारा इसकी उचित व्यवस्था की जानी चाहिए, अन्य लोगों द्वारा कार्रवाई की जानी चाहिए. योगी ने कहा कि साजिशकर्ताओं/आरोपियों की पहचान कर जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए. सीसीटीवी फुटेज को अच्छी तरह चेक करें. ऐसे लोगों के खिलाफ एनएसए या गैंगस्टर के नियमों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाए. यदि कोई अपराधी फिर से किसी अराजक घटना में संलिप्त पाया जाता है तो उसका उल्लेख चार्जशीट में अवश्य करें.