जयपुर : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंत्योदय के विजन को जी-20 देशों के सामने रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है, विकासशील देश विश्व व्यापार में कैसे योगदान दे सकते हैं, एमएसएमई को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है और कानूनी मुद्दों में बदलाव लाकर डब्ल्यूटीओ को कैसे मजबूत किया जा सकता है ताकि यह सभी देशों के लिए फायदेमंद हो, जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इस बात पर भी चर्चा हुई कि व्यापार वैश्विक भलाई के लिए एक ताकत कैसे बने। पीएम मोदी के ‘अंत्योदय’ के विजन को वैश्विक मंच पर पेश किया गया है। भारत ने सलाह दी है कि समाज के अंतिम व्यक्ति को देश के संसाधन मिलने चाहिए।
गोयल ने कहा कि ये संसाधन पिरामिड के निचले पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण के लिए समर्पित होने चाहिए। विश्व संसाधनों को भी इसी नजरिए से देखा जाना चाहिए। समाज के कम विशेषाधिकार प्राप्त और हाशिए पर रहने वाले वर्गों एवं कम विकसित तथा विकासशील देशों का दुनिया के संसाधनों पर पहला अधिकार है।
यही फीलिंग और व्यू दुनिया के सामने पेश किया गया है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में जैसे प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने की राह पर ले जाएंगे… वैसे ही भारत ने दुनिया को ये भावना समर्पित की है कि वो व्यापार को भी इस दिशा में आगे बढ़ाए।
गोयल ने कहा कि भारत कम विकसित देशों का लीडर बना रहेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैश्विक देशों की आवाज बन गया है। यह पहली बार है कि कम विकसित देशों को जी-20 के लिए आमंत्रित किया गया है। मॉरीशस, बांग्लादेश और ओमान मित्र राष्ट्र हैं। भारत ने पहली बार यह पहल की है कि जिन देशों की आवाज मजबूत नहीं है, उनके रुख में भी अब फर्क पड़ेगा।