महंगे मोबाइल रिचार्ज से राहत देने की तैयारी में सरकार, प्‍लान के लिए सुझाव की अपील

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नई दिल्‍ली : हाल ही में मोबाइल फोन की कॉल के शुल्क में बढ़ोतरी से करोड़ों लोगों को झटका लगा है। दूरसंचार कंपनियों ने अपने शुल्क में 25 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि की है। इसके मद्देनजर भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण यानी ट्राई ने आम लोगों को राहत मुहैया कराने की दिशा में कवायद शुरू कर दी है।

दूरसंचार नियामक का कहना है कि फोन कंपनियों के ग्राहक लगातार आरोप लगा रहे हैं कि जिन प्लान्स कि उन्हें जरूरत नहीं है, टेलीकॉम कंपनियों के द्वारा वही प्लान लेने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है। परामर्श पत्र में सुझाव मांगा गया है कि क्या दूरसंचार उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम में सुधार किए जाने की जरूरत है? इसके साथ ही साथ एक नया टैरिफ प्लान लॉन्च करने पर जोर दिया गया है। यह प्लान सिर्फ कॉल और एसएमएस करने की इजाजत देगा। इसमें इंटरनेट, ओटीटी जैसे फीचर नहीं उपलब्ध होंगे।

मोबाइल रिचार्ज सस्ता करने के लिए दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने एक परामर्श पत्र जारी किया गया है, जिसमें दूरसंचार उद्योग से संबंधित सभी भागीदारों से सिर्फ कॉलिंग और एसएमएस वाले प्लान जारी करने को लेकर सुझाव मांगा गया है। दूरसंचार नियामक ने टेलीकॉम कंज्यूमर प्रोटक्शन रेगुलेशन-2012 के तहत यह परामर्श पत्र जारी किया है। इसके द्वारा ट्राई ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया मांगी है।

रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आईडिया के साथ ही साथ देश की सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल के ज्यादातर फोन शुल्क प्लान में कॉल और डाटा के साथ एसएमएस और ओटीटी के विकल्प दिए जाते हैं। ट्राई ने अपने परामर्श पत्र में टेलीकॉम ऑपरेटरों को वाउचर की कलर कोडिंग जारी करने का प्रस्ताव दिया गया है। ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों से यह सवाल किया है कि क्या डिजिटल माध्यम में कलर कोडिंग सही कदम होगा? इसके लिए सभी भागीदारों से 16 अगस्त 2024 तक अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए कहा गया है। इसके बाद 23 अगस्त 2024 तक इसके खिलाफ प्रतिक्रिया जारी की जा सकती है।

दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को लोकसभा में कहा कि भारत में अब 117 करोड़ मोबाइल कनेक्शन और 93 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं। उन्होंने कहा कि देश में कॉल दरें दुनिया में सबसे कम दरों में से एक हैं। सिंधिया ने कहा कि प्रति मिनट कॉल की लागत पहले 53 पैसे थी और अब यह घटकर सिर्फ 3 पैसे रह गई है, जो कि 93 प्रतिशत की कमी है। यह दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है। उन्होंने कहा कि एक जीबी डेटा की कीमत 9.12 रुपये है, जो दुनिया में सबसे सस्ता है।

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