आगजनी-तोड़फोड़ और हंगामा…140 यात्री ट्रेनें रद्द, अब तक 340 रेलवे प्रभावित, रेल मंत्री ने की ये अपील
नई दिल्ली: केंद्र सरकार के सशस्त्र बलों में भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना के खिलाफ यूपी, बिहार, तेलंगाना और राजधानी दिल्ली समेत तमाम राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. गुस्साए छात्र अधिकतर ट्रेनों को निशाना बना रहे हैं और उनमें आग लगा रहे हैं. कल से देश हिंसा की आग में जल रहा है और इस हिंसा को रोकने के बजाय अब एक के बाद एक राज्य में फैल रहा है. इस विरोध से सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे को हुआ है। भारतीय रेलवे ने जानकारी दी है कि अब तक 340 ट्रेनें भीषण प्रदर्शनों से प्रभावित हुई हैं. गुस्साए छात्र केंद्र सरकार से इस योजना को वापस लेने की मांग कर रहे हैं.
भारतीय रेलवे ने जानकारी दी है, ”आंदोलन के चलते 94 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और 140 यात्री ट्रेनों को रद्द कर दिया गया. वहीं, 65 मेल एक्सप्रेस और 30 पैसेंजर ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है. 11 मेल एक्सप्रेस ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है. अब तक कुल 340 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं।
इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से रेलवे की संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील की. उन्होंने कहा, मैं युवाओं से अपील करता हूं कि वे हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों और रेलवे की संपत्तियों को नुकसान न पहुंचाएं। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि रेलवे आपकी और देश की संपत्ति है। किसी भी तरह से हिंसक विरोध न करें और रेलवे की संपत्ति आपकी सेवा के लिए है, इसलिए इसे बिल्कुल भी नुकसान न पहुंचाएं।
प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर पूर्व मध्य रेलवे पर पड़ा है, जिसमें बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से शामिल हैं। इन राज्यों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन देखने को मिले हैं. ऐसे में पूर्व मध्य रेलवे ने भी प्रदर्शन को देखते हुए आठ ट्रेनों के संचालन पर नजर रखने का फैसला किया है. अधिकारियों ने कहा कि वे इन ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रख रहे हैं और स्थिति के मुताबिक इनके संचालन के संबंध में फैसला लेंगे.