बैंकॉक. आभा खटुआ ने रविवार को यहां एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के अंतिम दिन हैरान करते हुए महिला गोला फेंक स्पर्धा में 18.06 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी करते हुए रजत पदक अपने नाम किया जबकि ज्योति याराजी और पारूल चौधरी ने प्रतियोगिता में अपना दूसरा पदक जीता। भारत प्रतियोगिता में 27 पदक के साथ तीसरे स्थान पर रहा।
भारत ने प्रतियोगिता में छह स्वर्ण के अलावा 12 रजत और नौ कांस्य पदक सहित कुल 27 पदक जीतकर इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में अपने सर्वाधिक पदक के रिकॉर्ड की बराबरी करने में सफल रहा। भारत ने स्वदेश में भुवनेश्वर में 2017 में हुई प्रतियोगिता में भी इतने ही पदक जीते थे। इस बार हालांकि स्वर्ण पदक की संख्या कम है। भारत 2017 में नौ स्वर्ण, छह रजत और 12 कांस्य पदक के साथ शीर्ष पर रहा था।
भारत ने प्रतियोगिता के अंतिम दिन आठ रजत और पांच कांस्य पदक के साथ कुल 13 पदक जीते लेकिन एक भी स्वर्ण पदक नहीं जीत पाया। आभा ने 17.13 मीटर के अपने पिछले निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में लगभग एक मीटर (93 सेंटीमीटर) का सुधार करते हुए चार किलो के गोले को अपने चौथे प्रयास में 18.06 मीटर की दूरी तक फेंका। आभा का दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रयास 17.10 मीटर का रहा। चीन की सोंग जियायुआन (18.88 मीटर) ने इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता।
आभा ने अनुभवी मनप्रीत कौर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की जो रविवार को 17 मीटर के प्रयास से कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। आभा ने मीडिया से ऑनलाइन बातचीत में कहा, “इस साल मैंने अपनी तकनीक में बदलाव किया। मैंने इसे ग्लाइडिंग से रोटेशन किया। शुरुआत में रोटेशन तकनीक को अच्छी तरह से समझने में दिक्कत थी। जैसे जैसे मैने गति पकड़ी तो मेरे प्रदर्शन में सुधार हुआ।”
गुरुवार को एशियाई चैंपियनशिप की 100 मीटर बाधा दौड़ में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं ज्योति ने 23.13 सेकेंड के निजी सर्वश्रेष्ठ समय के साथ 200 मीटर का भी रजत पदक जीता। इस स्पर्धा में सिंगापुर की शांति परेरा 22.70 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रहीं।
इससे पहले ज्योति का निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 23.29 सेकेंड था जो उन्होंने सेमीफाइनल में किया था। उन्होंने मई में फेडरेशन कप में 23.42 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता था। लंबी दूरी की दिग्गज धाविका पारूल चौधरी ने भी 5000 मीटर दौड़ में रजत पदक के साथ अपना दूसरा पदक जीता। शुक्रवार को 3000 मीटर स्टीपलचेस में स्वर्ण पदक जीतने वाली पारूल ने 5000 मीटर में 15 मिनट 52.35 सेकेंड के समय के साथ रजत पदक जीता।
जापान की युमा यामामोटो ने 15 मिनट 51.16 सेकेंड के समय से शीर्ष पर रहीं। पारूल के नाम पर 5000 मीटर स्पर्धा का राष्ट्रीय रिकॉर्ड है जो 15 मिनट 10.35 सेकेंड का है। अंकिता ने इसी स्पर्धा में 16 मिनट 3.33 सेकेंड के साथ कांस्य पदक जीता। गुलवीर सिंह पुरुष 5000 मीटर दौड़ में 13 मिनट 48.33 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीतने में सफल रहे। पुरुष भाला फेंक में डीपी मनु ने 81.01 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीता। मौजूदा सत्र में मनु एशियाई भाला फेंक खिलाड़ियों के बीच ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा के बाद सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी हैं।
मौजूदा सत्र में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 84.33 मीटर रहा है। यहां हालांकि वह अपने अंतिम प्रयास में ही भाले को 80 मीटर से अधिक दूर तक पहुंचा पाए। उनके अन्य प्रयास 78.22 मीटर, 79.83 मीटर, 78.78 मीटर, और 75.35 मीटर रहे जबकि उन्होंने एक फाउल किया। जापान के रोडेरिक गेनकी ने 83.15 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक अपने नाम किया। पुरुष चार गुणा 400 मीटर रिले में अमोज जैकब, मोहम्मद अजमल, मिजो कुरियन चाको और राजेश रमेश की टीम तीन मिनट 1.80 सेकेंड के समय के साथ दूसरे स्थान पर रही और रजत पदक जीता। श्रीलंका की टीम ने तीन मिनट 1.56 सेकेंड के समय के साथ स्वर्ण पदक जीता।
रेजोआना मलिक हीना, ऐश्वर्या मिश्रा, ज्योति डांडी और सुभा वेंकटेशन की टीम ने महिला चार गुणा 400 मीटर रिले में तीन मिनट 33.73 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। वियतनाम की टीम ने तीन मिनट 32.36 सेकेंड के समय से स्वर्ण जबकि श्रीलंका ने तीन मिनट 33.27 सेकेंड के समय से रजत पदक जीता। मुख्य एथलेटिक्स कोच राधाकृष्ण नायर ने कहा कि भारत की पुरुष और महिला चार गुणा 400 मीटर रिले और मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम विश्व चैंपियनशिप रैंकिंग अंक जुटाने के लिए 30 जुलाई को श्रीलंका चैंपियनशिप में हिस्सा लेगी।
नायर ने कहा, ‘‘हम रिले में स्वर्ण पदक जीत सकते थे, यह हमारे हाथ में था लेकिन कोच की योजना गलत थी। रणनीति अलग हो सकती थी और हम पुरुष और महिला दोनों की चार गुण 400 मीटर रिले में स्वर्ण जीत सकते थे।” उन्होंने कहा, ‘‘हमारी पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम ने (अब तक) बुडापेस्ट विश्व चैंपियनशिप (अगस्त में) के लिए 13वें स्थान पर रहते हुए क्वालीफाई कर लिया है लेकिन हम इसे हल्के में नहीं ले सकते। हमारे क्वालीफिकेशन की पुष्टि करने के लिए यही रिले टीम 30 जुलाई को श्रीलंकाई चैंपियनशिप में भाग लेगी जो ‘बी’ श्रेणी की प्रतियोगिता है।”
नायर ने कहा, ‘‘महिलाओं की चार गुणा 400 मीटर रिले टीम तीन मिनट 30 सेकेंड से कम का समय लेकर क्वालीफाई कर सकती है और अब तक क्वालीफाई नहीं करने वाली मिश्रित चार गुणा 400 मीटर रिले टीम भी श्रीलंका चैंपियनशिप में भाग लेगी।” इससे पहले किशन कुमार और केएम चंदा ने अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए पुरुष और महिला 800 मीटर दौड़ में रजत पदक जीते। किशन एक मिनट 45.88 सेकेंड के समय के साथ कतर के अबुबाकर एच अब्दाला (एक मिनट 45.53 सेकेंड) के बाद दूसरे स्थान पर रहे। चंदा ने महिलाओं की 800 मीटर दौड़ में दो मिनट 1.58 सेकेंड का समय लिया। श्रीलंका की एमके दिसानायका दो मिनट 0.66 सेकेंड के समय के साथ शीर्ष पर रहीं।
किशन का इससे पहले निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन एक मिनट 46.17 सेकेंड जबकि चंदा का दो मिनट 1.58 सेकेंड था। सुबह के सत्र में प्रियंका गोस्वामी और विकास सिंह ने भी क्रमश: महिलाओं और पुरुषों की 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में रजत और कांस्य पदक जीते। राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक प्रियंका ने महिलाओं की 20 किमी पैदल चाल में एक घंटा 34 मिनट और 24 सेकेंड का समय लेकर चीन की यांग लिउजिंग (1:32:37) के बाद दूसरा स्थान हासिल किया। जापान की युकिको उमेनो ने 1:36:17 के समय के साथ कांस्य पदक जीता।
प्रियंका का सर्वश्रेष्ठ समय हालांकि एक घंटा 28 मिनट और 45 सेकेंड है। इस स्पर्धा में भाग ले रही एक अन्य भारतीय भावना जाट एक घंटा, 38 मिनट और 26 सेकेंड का समय लेकर पांचवें स्थान पर रही। पुरुषों की 20 किमी पैदल चाल में विकास ने एक घंटा, 29 मिनट और 32 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक हासिल किया। जापान के युतारो मुरायामा (1:24:40) ने स्वर्ण पदक जबकि चीन के वांग काइहुआ (1:25:29) ने रजत पदक जीता।
भारत के राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक अक्षदीप सिंह रेस पूरी नहीं कर पाए क्योंकि जजों ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया था। विकास का सर्वश्रेष्ठ समय एक घंटा 20 मिनट और पांच सेकेंड है। यह उनका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहला पदक है। राष्ट्रमंडल खेल 2022 में 10 किमी पैदल चाल में रजत पदक जीतने वाली प्रियंका और विकास 17 से 29 अगस्त तक हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाली विश्व चैंपियनशिप और 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिए पहले ही क्वालीफाई कर चुके हैं।