कोलकाताः मणिपुर में पिछले सप्ताह जातीय हिंसा के दौरान उग्रवादियों के हमले में घायल हुए असम राइफल्स के एक जवान की बुधवार को कोलकाता के एक अस्पताल में मौत हो गई। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि पिछले सप्ताह 10 मई को इम्फाल पूर्वी जिले के दोलाईथाबी इलाके में पूर्वाह्न 11 बजे अज्ञात उग्रवादियों ने सैनिकों पर गोलीबारी की जिसमें राइफलमैन आलोक राव घायल हो गए जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद कोलकाता के कमांड अस्पताल लाया गया था। रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने कहा, “10 मई को मणिपुर में एक अभियान के दौरान गोली लगने से घायल हुए ’18 असम राइफल्स’ के राइफलमैन आलोक राव की 17 मई को कोलकाता के कमांड अस्पताल में मौत हो गई।”
गौरतलब है कि मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय द्वारा उसे अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग किए जाने के विरोध में आदिवासियों द्वारा तीन मई को मणिपुर के दस पहाड़ी जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ आयोजित किए जाने के बाद हिंसक झड़पें हुई थीं। इससे पूर्व, आरक्षित वन भूमि से कुकी ग्रामीणों को बेदखल करने पर उत्पन्न तनाव के चलते झड़पें हुईं, जिसके कारण कई छोटे-छोटे प्रदर्शन हुए।
मणिपुर की कुल आबादी में मेइती समुदाय की 53 प्रतिशत हिस्सेदारी होने का अनुमान है। इस समुदाय के लोग मुख्यत: इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी सहित अन्य आदिवासी समुदायों की आबादी 40 प्रतिशत के करीब है तथा वे मुख्यत: इंफाल घाटी के आसपास स्थित पहाड़ी जिलों में रहते हैं। मणिपुर में हुए इस जातीय संघर्ष में 70 से ज्यादा लोगों की जान चली गई और पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति वापस लाने के लिए लगभग 10,000 सैन्य और अर्ध-सैन्य कर्मियों को तैनात करना पड़ा।