असम: वंदे भारत एक्सप्रेस की सूची में अब एक और नाम जुड़ने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इस अवसर पर वह नव विद्युतीकृत खंडों को राष्ट्र को समर्पित करेंगे और नवनिर्मित डेमू और एमईएमयू शेड का उद्घाटन भी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया,‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 29 मई को दोपहर 12 बजे वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से असम की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।’
पीएमओ ने कहा कि अत्याधुनिक वंदे भारत एक्सप्रेस क्षेत्र के लोगों को गति और आराम के साथ यात्रा करने का साधन प्रदान करेगी और इससे क्षेत्र में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। गुवाहाटी को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली यह ट्रेन दोनों स्थानों को जोड़ने वाली वर्तमान में चलने वाली सबसे तेज ट्रेन की तुलना में यात्रा के समय में लगभग एक घंटे की बचत करने में मदद करेगी। वंदे भारत यात्रा को 5 घंटे 30 मिनट में तय करेगी, जबकि वर्तमान सबसे तेज़ ट्रेन उसी यात्रा को तय करने में 6 घंटे 30 मिनट का समय लेती है।
इस प्रकार से वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों स्थानों के बीच की दूरी एक घंटे कम करेगी। मंगलवार को छोड़कर सप्ताह के छह दिन चलने वाली यह गाड़ी मार्ग में कामाख्या, न्यू बोंगईगांव, कोकराझार, न्यू अलीपुर द्वार और न्यू कूचविहार स्टेशनों पर ठहरेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल आठ कोच हैं। इनमें सात एसी चेयर कार और एक एग्जीक्यूटिव क्लास कोच है। इसमें 530 सीटें यात्रियों के लिए उपलब्ध रहेंगी।चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी में नर्मिति वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश में 17 मार्गों पर संचालित हो रही हैं और यह 18वां मार्ग होगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे में 182 रूट किलोमीटर के न्यू बोंगाईगांव-दुधनोई-मेंदीपाथेर और गुवाहाटी-चापरमुख नव वद्यिुतीकृत खंडों को भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इससे ट्रेनों को तेज गति से चलाने और ट्रेनों के चलने के समय को कम करने के साथ प्रदूषण मुक्त परिवहन प्रदान करने में मदद मिलेगी।