भोपाल: अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के कमजोर पड़ने से फिलहाल बेमौसम वर्षा से कुछ राहत मिल गई है। हालांकि वातावरण में नमी रहने के कारण गुरुवार को बैतूल, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट एवं बुरहानपुर जिलों में तेज रफ्तार से हवा चलने के साथ कहीं-कहीं बौछारें भी पड़ सकती हैं। उधर, एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से एक एवं दो मार्च को प्रदेश के अधिकतर जिलों में फिर वर्षा होने की संभावना है। इससे किसानों की मुसीबत और बढ़ सकती है। बता दें कि 26 फरवरी की सुबह साढ़े आठ से 28 फरवरी की सुबह साढ़े आठ बजे तक 31 जिलों में ओलावृष्टि हुई है। इससे गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
एक एवं दो मार्च को बारिश
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है। इस वजह से बादल छंटने लगे हैं और धूप निकल आई है। वर्तमान में ईरान के पास एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। काफी तीव्रता वाली इस मौसम प्रणाली से एक मार्च से मौसम का मिजाज फिर बिगड़ने की संभावना है। एक एवं दो मार्च को प्रदेश के कई जिलों में वर्षा हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि एक मार्च से ग्वालियर, चंबल, भोपाल, सागर, रीवा, शहडोल संभाग के जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ वर्षा होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक छिंदवाड़ा, पांर्ढुर्णा, बुरहानपुर, बैतूल, खंडवा, नर्मदापुरम, शिवपुरी, श्योपुर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, देवास, उज्जैन, पन्ना, कटनी, रीवा, शाजापुर, खरगोन, बड़वानी, जबलपुर, सतना, डिंडौरी, निवाड़ी, सागर, नरसिंहपुर एवं आगर जिले में ओलावृष्टि हुई।
मंडला, नौगांव और सतना में एक-एक इंच के करीब वर्षा
प्रदेश में मंगलवार सुबह 8:30 से बुधवार सुबह 8:30 बजे तक मंडला में 27.3, नौगांव में 24, सतना में 23.7, रीवा में 20, खजुराहो में 20, भोपाल में 15, सीधी में 14.2, नरसिंहपुर में 13, रायसेन में 12.6, सिवनी में 4.2, जबलपुर में चार, पचमढ़ी में 3.2, दमोह में तीन, दतिया में 2.2, बैतूल में दो, मलाजखंड में 1.2, सागर में एक, नर्मदापुरम में 0.6, उज्जैन में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।
मालवा-निमाड़ में फसलों की स्थिति देख किसानों की आंखों में आंसू
अंचल में सोमवार-मंगलवार को बेमौसम हुई वर्षा, ओलावृष्टि, तेज हवा चलने से काफी नुकसान हुआ है। ओले गिरने से खेतों में फसलें प्रभावित हुईं। तेज हवा से पेड़ गिरे, टीन शेड उड़ गए। कच्चे मकानों को भी क्षति पहुंची है। किसानों पर आई आपदा के मद्देनजर राजस्व और कृषि विभाग की टीम ने बुधवार को प्रभावित खेतों का दौरा किया। साथ ही किसानों से चर्चा की है।
अधिकारी सर्वे के बाद रिपोर्ट मिलने पर नियमानुसार मुआवजा राशि देने की बात कह रहे हैं। अंचल के झाबुआ सहित कई जगह बुधवार को भी बादल छाए रहे। बता दें कि सोमवार रात बेमौसम वर्षा ने खंडवा जिले में फसलों को प्रभावित किया। उज्जैन जिले में सोमवार शाम घट्टिया, उज्जैन तहसील के गांवों में थोड़ी देर के लिए वर्षा हुई।
वहीं, बुरहानपुर में बुधवार को तहसीलदारों व अन्य अफसरों ने वर्षा से प्रभावित फसलों का खेतों में पहुंचकर निरीक्षण किया। इसमें नेपानगर के 40 गांवों में ज्यादा नुकसान होने और बुरहानपुर विकासखंड में पांच से 10 गांवों में नुकसान की बात सामने आई है। कलेक्टर ने प्रत्येक गांव के लिए दल गठित कर दिया है, जो गुरुवार से सर्वे कर आरबीसी के तहत प्रकरण तैयार करेंगे। इसके बाद मुआवजा वितरण की कार्रवाई शुरू होगी।