अयोध्या: अयोध्या श्रीरामजन्म भूमि में विराजमान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान 16 जनवरी 2024 से ही शुरू हो जाएगा। रामलला की प्रतिष्ठा का मुहूर्त 22 जनवरी 2024 को अपराह्न 12.45 बजे से एक बजे के बीच तय हुआ। इसकी जानकारी गुरुवार को श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने कारसेवकपुरम में संवाददाता सम्मेलन में दी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान की पूजा विधि में सम्मिलित होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। उनके साथ पूजा विधि में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन भागवत भी शामिल होंगे। देश-विदेश की स्थितियों व परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए रामलला के नगर दर्शन के कार्यक्रम को तय नहीं किया गया है।
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी समेत सर संघचालक डॉ मोहन भागवत को औपचारिक आमंत्रण पत्र सितम्बर में ही दे दिया गया था। समारोह में देश के 140 करीब मत-मतांतरों के चार हजार संतों एवं विभिन्न क्षेत्रों के करीब ढाई हजार अतिथियों को आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इन अतिथियों में सेना के शहीद जवानों के परिजनों के अलावा हुतात्मा कारसेवकों के परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है।
आमंत्रित अतिथियों की सूची में हर प्रांत के अलावा हर जिले का प्रतिनिधित्व रहेगा। चंपत राय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम को देखते हुए एसपीजी के निर्धारित सुरक्षा मानकों के अनुसार ही प्रवेश दिया जाएगा। सभी आमंत्रित अतिथियों को अपने साथ आधार कार्ड लाना अनिवार्य रहेगा। देश भर के संतों से अपील की गई है कि वह अपने साथ गुरुओं की पादुका, छत्र-चंवर इत्यादि लेकर न आएं। तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के जाने के बाद परिसर में मौजूद अतिथियों को रामलला का दर्शन कराया जाएगा। इसके बाद परिसर के बाहर मौजूद श्रद्धालुओं को अगले दिन से दर्शन सुलभ हो सकेगा।