अयोध्या : रामजन्मभूमि परिसर में रामलला के अचल विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जा चुकी है। रामलला की अचल मूर्ति के लिए तीन मूर्तिकारों ने तीन मूर्ति बनाई थीं, जिनमें से एक मूर्ति का चयन हुआ है। शेष दो मूर्तियों का क्या होगा इसको लेकर ट्रस्ट ने अभी कोई फैसला नहीं किया है। बाकी दोनों मूर्तियां भी भव्य और दिव्य हैं।
वहीं राजस्थान के मूर्तिकार सत्यनारायण पांडेय की बनाई मूर्ति की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। कर्नाटक के अरुण योगिराज व गणेश भट्ट कृष्ण ने शिला पर मूर्ति बनाई है जबकि सत्यनारायण पांडेय ने संगमरमर की शिला पर मूर्ति बनाई है। अरुण योगिराज की श्याम शिला की राममंदिर में प्राण प्रतिष्ठा की जा चुकी है।
वहीं मंगलवार को सत्यनारायण पांडेय की बनाई मूर्ति की तस्वीर भी वायरल हो रही है। संगमरमर की शिला पर बनी रामलला की मूर्ति में श्रीहरि के दस अवतारों के भी दर्शन हो रहे हैं। इसके अलावा लक्ष्मण, भरत, शत्रुह्न व हनुमान जी की भी मूर्तियां बनी हैं।
मूर्ति के ऊपरी हिस्से में रामलला को आशीर्वाद देते हुए भगवान ब्रह्मा, शंकर,गुरु वशिष्ठ व विश्वामित्र की मूर्ति के भी दर्शन हो रहे हैं। मूर्ति का भव्य श्रृंगार भी किया गया है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि दो अन्य मूर्तियां जो बनी हैं, उनका पूरा सम्मान होगा, जल्द ही हम तय करेंगे कि इन मूर्तियों को किस तरह से सम्मान दिया जाए।