अयोध्या का दीपोत्सव, रूस में भी जय श्रीराम, रूस के कलाकारों की रामलीला पर प्रस्तुति देखेगी राम की अयोध्या

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लखनऊ: मां के एक आदेश पर 14 वर्ष तक वनवास जाने वाले राम, भाई के लिए समूचे कालखंड तक साथ रहने वाले लक्ष्मण, 14 वर्ष तक भाई की खड़ाऊं रखकर प्रजा की सेवा करने वाले भरत, पति के साथ वनवास करने वालीं सीता और भाई के लिये पति को हंसकर भेजने वालीं उर्मिला। त्रेतायुग का यह त्याग सर्वदा युगों युगों तक याद किया जाता रहेगा। सिर्फ भारत ही नहीं, वरन दुनिया के कोने कोने में प्रभु के इस आदर्श के कारण उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के रूप में पूजा जाता है।

कलियुग में भगवान श्रीराम की अयोध्या के गौरव को दीपोत्सव के रूप में मान देने वाले गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने विदेशों के कलाकारों को भी प्रभु राम के आदर्शों को जीवन में उतारने के लिये उनकी रामलीला को रामनगरी में वैश्विक मंच दिया। 2017 से शुरू हुए दीपोत्सव में विदेशी कलाकारों की रामलीला का भी अयोध्या और देशवासियों से साक्षात्कार कराया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस प्रयास का विदेशी कलर मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हैं।

रूसी-भारतीय मैत्री संघ ‘दिशा’ के तत्वावधान में पद्मश्री गेनादी पेचनिकोव मेमोरियल रामलीला अयोध्या के दीपोत्सव मंच पर होगी। 12 कलाकारों की टीम यहां मंचन करेगी। रामलीला के निर्देशक व निर्माता डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि रूस में 1960 से रामलीला काफी वृहद स्तर पर की जा रही है।

रूस की रामलीला वहां के रंगमंच के कलाकारों के लिए आस्था का केंद्र है। कलाकारों की मानें तो वे राम के चरित्र से प्रेरणा लेकर ही निरंतर बढ़ रहे हैं। उन्होंने राम को आदर्शों की जिया है। रूस की रामलीला में इलदार खुसनुललीन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की भूमिका निभाएंगे। मिलाना बयचोनेक मां सीता, नादेजदा सिंह कौशल्या, रती कोसिनोवा सुमित्रा, मर्गरीता कोसिनोवा बानर, गुलनारा इसकाकोवा कैकेयी, अलेक्सी फ्लेयजनिकाव लक्ष्मण, वयचीसलाव चेरन्याश रावण की भूमिका निभाएंगे। कुशनेरोवा दारिया हनुमान व भरत, देनिश शेवतसोव दशरथ व आर्टेम जुबकोव सुग्रीव के किरदार में अभिनय करेंगे।

सह निर्देशिका अलेक्सांद्रा कोनेवा ने बताया कि रूस की रामलीला में सीता स्वयंवर, राम का अयोध्या में स्वागत, कैकेयी का वर मांगना, राम-लक्ष्मण व सीता का वनगमन, सीता हरण, राम हनुमान भेंट, लंका में सीता, हनुमान जी का लंका जाना, राम-रावण युद्ध, राम-सीता का पुनर्मिलन व अयोध्या वापसी का मंचन कलाकार करेंगे। भारत-रूसी मैत्री संघ के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि योगी सरकार ने उन्हें भारत में मंच दिलाया। 4 से 6 नवंबर तक 2018 में अयोध्या दीपोत्सव में उनकी पहली प्रस्तुति हुई। इसके बाद प्रयागराज में उन्हें 2019 कुंभ में अभिनय के लिए मंच मिला।

2017 से शुरू हुए दीपोत्सव में प्रतिवर्ष विदेशी कलाकार रामलीला करते रहे हैं। इस बार भी 8 देशों के कलाकार रामनगरी में रामलीला करेंगे। इनमें रूस, श्रीलंका, इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, फिजी, नेपाल और त्रिनिडाड व टोबैगो के कलाकार प्रमुख हैं।

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