Ayushman Khurana on World Radio Day : रेडियो में मिली सफलता ने मुझे एहसास दिलाया कि मैं एक एंटरटेनर बन सकता हूं

आयुष्मान खुराना बॉलीवुड के टॉप और टैलेंटेड एक्टर्स में से एक हैं. लेकिन बता दें कि आयुष्मान ने एक्टर बनने से पहले बतौर रेडियो जॉकी से अपने करियर की शुरुआत की थी

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युवा बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना हमेशा से मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते थे. महज 22 साल की उम्र में, वह एक रेडियो जॉकी बन गए और ब्रेकफास्ट शो को होस्ट करने लगे थे, जो भारत के टॉप आरजे का गढ़ कहा जाता है. इत्तेफाक से बॉलीवुड को लेकर किया गया आयुष्मान का शो बेहद लोकप्रिय हो गया. विश्व रेडियो दिवस पर, आयुष्मान याद करते हैं कि किस तरह इस सफलता ने उनमें एक एंटरटेनर बनने की इच्छा जगाई. वे कहते हैं, “22 साल की उम्र में, ब्रेकफास्ट शो को होस्ट करने वाला मैं शायद देश का सबसे कम उम्र का रेडियो जॉकी था.

ब्रेकफास्ट शो को आमतौर पर बहुत अनुभवी रेडियो जॉकी होस्ट करते हैं. इस तरह यहां मैं अपनी पहली जॉब पर था और उन्होंने मुझे ब्रेकफास्ट शो करने का मौका दिया और उस शो को बहुत प्रमोट किया था. मैं दिल्ली में होर्डिंग्स पर दिख रहा था. उस समय मेरे लिए यह बिल्कुल नया था.”

आयुष्मान आगे कहते हैं, “2006 में हमने हलचल पैदा करने वाले बहुत सारे कंटेंट पर काम किया जब रेडियो दूसरे फेज से गुजर रहा था और हमने रेट्रो स्टेशन के रूप में शुरुआत की थी. मुझे नहीं लगता कि 22 साल की उम्र में, मेरे एज ग्रुप में मेरे अलावा कोई और था जो रेट्रो बॉलीवुड के बारे में इतनी अच्छी तरह से वाकिफ था इसलिए, संगीत के प्रति मेरे झुकाव ने एक अच्छा रेडियो जॉकी बनने में मेरी मदद की और जर्नलिज्म में मास्टर्स ने, निश्चित तौर पर, मुझे शो होस्ट करने के लिए अच्छी तरह से तैयार किया.”

देश के सबसे बड़े युवा टीवी चैनल पर वीजे बनने से पहले आयुष्मान ने स्टेशन पर मान ना मान और फिर मैं तेरा आयुष्मान को होस्ट किया. इसके बाद विक्की डोनर के साथ उन्होंने हिंदी फिल्म बिग डेब्यू किया, जो एक शानदार सफलता थी. वे कहते हैं, “मुझे लगता है कि हर किसी को अपने करियर के स्टार्टिंग प्वाइंट पर फोकस करना बहुत जरूरी है क्योंकि ये किसी के भी करियर के रचनात्मक (फॉर्मेटिव) वर्ष होते हैं. ये या तो आपको बना सकते हैं या फिर आपको तोड़ सकते हैं. मैं खुशकिस्मत था कि मैं क्रिएटिव लोगों के बीच था जो हलचल पैदा करना चाह रहे थे.”

रेडियो ने कॉन्फिडेंस बढ़ाने में की मदद

आयुष्मान को अब भारत में कंटेंट सिनेमा का पोस्टर बॉय कहा जाता है और उनके हिट सोशल एंटरटेनर्स ने उन्हें प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन द्वारा ‘दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों’ की सूची में जगह दिलाई है. वे कहते हैं, “मैं हमेशा एंटरटेनमेंट और परफॉर्मिंग आर्ट में अपना प्रोफेशन तलाशना चाहता था और रेडियो जॉकी के शुरुआती करियर ने मुझे खुद के बारे में कॉन्फिडेंस देने में मदद की. रेडियो जॉकी के रूप में मैंने सफलता का जो स्वाद चखा, उसने मुझे सिखाया कि मैं खुद को बैक कर सकता हूं और एक एंटरटेनर बनने के लिए खुद को एक्सप्लोर कर सकता हूं. यह संयोग ही है कि मैंने कुछ ऑफ-सेंटर शोज भी होस्ट किए.”

आयुष्मान आगे कहते हैं, “पीछे मुड़कर देखने पर मुझे लगता है कि मैं हमेशा जनरल कॉन्सेप्ट्स से प्रेरित हुआ था और यह आज मेरी पहचान बन गया है क्योंकि मैं ऐसे विषयों को चुनता हूं जो फ्रेश और यूनिक हो. रेडियो के साथ अपने शुरुआती करियर के प्रति मैं बहुत आभारी हूं. मुझे याद है कि मैं अपने शो में कुछ अलग कॉन्सेप्ट्स कर रहा था. उन विचारों को सुनने और प्यार करने के लिए मैं सभी को धन्यवाद देता हूं क्योंकि इसने मुझे वो शेप दिया जो आज मैं हूं. इसने मुझे खुद को आगे बढ़ाने और लोगों को कुछ नया देने के लिए लगातार एक्सप्लोर करने के लिए प्रेरित किया.”

आयुष्मान आगे कहते हैं, “रेडियो इंडस्ट्री में कमाल के टैलेंट्स मौजूद हैं और ये मेरी खुशकिस्मती थी कि मुझे उनमें से कुछ से मिलने और उनके साथ बातचीत का मौका मिला. वर्षों तक रेडियो देश की नब्ज रहा है और मुझे खुशी है कि मैंने अपने करियर की शुरुआत इस इंडस्ट्री से की क्योंकि हम यहां इतना एक्सपेरिमेंट कर सकते थे और प्रोग्राम तैयार कर सकते थे जिसे लोग सुनते और पसंद करते थे। यह बहुत मजेदार और संतुष्टि देने वाला था.”

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