नई दिल्ली : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई इस बात के लिए तैयार है कि 22 मार्च से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल के इस सत्र में गेंद पर लार लगाने पर से प्रतिबंध हट जाए। बीसीसीआई में इस प्रस्ताव पर विस्तार से चर्चा की गई है। आईपीएल की सभी टीमों के कप्तानों का फोटोशूट मुंबई में आज यानी गुरुवार 20 मार्च को होना है। इसी दौरान आईपीएल की सभी टीमों के कप्तानों के सामने इस प्रस्ताव को रखा जाएगा। अगर वे सहमत होते हैं तो फिर लार का यूज गेंदबाज इसी सीजन से कर सकते हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी ने कोरोना महामारी के दौरान एहतियात के तौर पर गेंद को चमकाने के लिए उस पर लार लगाने के बरसों पुराने चलन पर प्रतिबंध लगा दिया था। आईसीसी ने 2022 में यह प्रतिबंध स्थायी कर दिया था। आईपीएल ने भी कोरोना महामारी के बाद यह प्रतिबंध टूर्नामेंट की प्लेइंग कंडीशन्स में शामिल किया, लेकिन आईपीएल के दिशा निर्देश आईसीसी के अधिकार क्षेत्र से परे हैं। अगर बोर्ड चाहता है तो इस नियम को फिर से लागू किया जा सकता है कि गेंदबाज लार गेंद पर लगा सकते हैं।
बीसीसीआई के एक आला अधिकारी ने को बताया, “कोरोना से पहले गेंद पर लार लगाना आम बात थी। अब कोरोना का खतरा नहीं है तो आईपीएल में गेंद पर लार लगाने पर लगा प्रतिबंध हटाने में कोई बुराई नहीं है। हम समझते हैं कि लाल गेंद के क्रिकेट पर इसका व्यापक प्रभाव होता है और सफेद गेंद के प्रारूप में भी इससे गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिलती है। आईपीएल में इसकी अनुमति होनी चाहिए। देखते हैं कि कप्तान इस पर क्या तय करते हैं।’’
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत के अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा था कि गेंद पर लार लगाने की जरूरत है, वरना यह खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों के पक्ष में हो जाएगा। दक्षिण अफ्रीका के वेर्नोन फिलैंडर और न्यूजीलैंड के टिम साउदी ने भी इसका समर्थन किया था। अब देखना ये है कि आईपीएल की टीमों के कप्तान क्या इस पर सहमत होते हैं? अगर वे इस नियम को लागू करने के पक्ष में होते हैं तो गेंदबाज भी इस सीजन बल्लेबाजों को परेशान करते नजर आ सकते हैं।