नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन की नीलामी मंगलवार को होनी है. इस नीलामी में एक बार फिर जमकर पैसा बरसने की उम्मीद है. आईपीएल ने क्रिकेटरों का काफी फायदा पहुंचाया है. इस लीग के कारण कई क्रिकेटर करोड़पति बने हैं. फिर चाहे वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेले हों या नहीं. इसलिए खिलाड़ियों को आईपीएल नीलामी का इतंजार रहता है. इसके आने से उनके चेहरे पर खुशी आ जाती है. इस बार बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की खुशी को दोगुना करने का सोचा है. बीसीसीआई ने फैसला किया है कि वह भारत के अनकैप्ड प्लेयर्स को इंसैंटिव देगा. क्रिकबज ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जानकारी दी है.
बीसीसीआई का प्लान है कि वह उन खिलाड़ियों को रिवार्ड दे जिन्होंने आईपीएल सीजनों के बीच में अपने देश की टीम में जगह बनाई. आमतौर पर होता ये है कि खिलाड़ी आईपीएल से मिलने वाली फीस पर ही निर्भर रहते हैं. ये उन्हें तब तक मिलती है जब तक उनका करार है. अब कुछ स्थितियों में हालांकि ये रकम बढ़ सकती है, लेकिन इसके लिए खिलाड़ी की फीस कम से कम 50 लाख होनी चाहिए. अगर कोई अनकैप्ड प्लेयर आईपीएल के दो सीजनों के बीच 10 इंटरनेशनल मैच खेल लेता है तो उसकी सैलरी डबल हो सकती है.
बीसीसीआई ने हाल ही में अनकैप्ड प्लेयर्स को लेकर फीस रेग्यूलेशन जारी किए हैं जिनमें कोई न्यूनतम लीग फीस नहीं हैं लेकिन कुछ नियम जरूरत हैं. इसमें पहला ये है कि किसी सीजन की शुरुआत से पहले अनकैप्ड खिलाड़ी की फीस 50 लाख से कम है और अगर वह खिलाड़ी एक सीजन के अंत होने और दूसरे सीजन के शुरू होने से पहले पांच से 10 इंटरनेशनल मैच खेल लेता है तो ऐसे में अगले सीजन के लिए उस खिलाड़ी की फीस बढ़ जाएगी. कम से कम एक मैच खेलने वाले के लिए फीस 50 लाख होगी. वहीं 5-9 मैच खेलने वाले खिलाड़ी की ये फीस 75 लाख हो जाएगी और अगर खिलाड़ी 10 या उससे ज्यादा मैच खेल लेता हो तो फिर उसकी फीस 1 करोड़ हो जाएगी. यानी अनकैप्ड प्लेयर अगर दो सीजनों के बीच में इंटरनेशनल क्रिकेटर बन जाता है तो ऊपर बताई गई स्थितियों के हिसाब से उसकी सैलरी बढ़ जाएगी.
बीसीसीआई ने बताया है कि कैप्ड प्लेयर वो होगा जो किसी इंटरनेशनल क्रिकेट मैच के लिए अपने देश की प्लेइंग-11 में होगा फिर चाहे फॉर्मेट कोई भी रहा हो. या उस खिलाड़ी का नाम देश के सेंट्रल कॉन्टेक्ट की लिस्ट में होगा. ये निमय आईसीसी के फुल मेंबर देशों के लिए है. वहीं आईसीसी के एसोसिएट मेंबर के खिलाड़ी आईपीएल के लिए अनकैप्ड ही मानें जाएंगे. देखा जाए तो इन बदलावों से रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे नामों के लिए कुछ नहीं है. वैसे भी इन खिलाड़ियों पर फ्रेंचाइजियां करोंड़ों लुटाती आ रही हैं. बीसीसीआई ने इस बार बड़े नामों से आगे सोचा है.