मुंबई : योग आज बच्चों से लेकर बड़ों तक के सेहतमंद रहने का सबसे आसान तरीका है. योग करने से शारीरिक के साथ साथ मानसिक समस्याओं का हल मिलता है, लेकिन योग करने के समय अगर अनुशासन का पालन नहीं किया जाए तो यह आपके सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा योग करना भी सेहत के लिए नुकसानदायक है।
वजन घटाने या अच्छी सेहत के लिए सिर्फ एक्सरसाइज कर लेना ही काफी नहीं। यह जरूरी है कि इसके साथ अपनी डायट का भी ध्यान रखा जाए। वर्कआउट से पहले कुछ ऐसा खाना चाहिए जो आपको एनर्जी दे। बॉडी को डिहाइड्रेट रखना भी जरूरी है। कुछ ऐसी चीजें भी हैं जो आपको एकदम नहीं खानी चाहिए।
● व्यायाम से करीब एक से तीन घंटे पहले उच्च गुणवत्ता युक्त कार्बोहाइड्रेट लें, ताकि ईंधन के रूप में शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती रहे। कैंडी, डिब्बाबंद पेय पदार्थ आदि रिफाइंड व कृत्रिम मिठास वाली चीजों से बचें। उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से व्यायाम के दौरान रक्त-शर्करा का स्तर तेजी से गिर सकता है। चक्कर या थकान महसूस हो सकती है। जूस की जगह साबुत फल खाएं। व्यायाम से पहले बहुत अधिक फाइबर अनुचित समय पर पाचन-तंत्र को उत्तेजित कर सकता है। इसलिए अधिक रेशेदार चीजें न खाएं।
● वर्कआउट से दो घंटे पहले शरीर को अच्छे से हाइड्रेट करें। शुरुआत से 30 से 60 मिनट पहले कम से कम आधा लीटर पानी पिएं। वर्कआउट से दो घंटे पहले के समय में कैफीन और शराब न पिएं। दोनों ही मूत्रवर्धक हैं और शरीर में पानी की कमी करते हैं। इसी तरह कैफीन का अधिक सेवन शरीर का तापमान बढ़ाता है।
● वर्कआउट के दौरान या साइकिल चलाते समय शरीर का तापमान बढ़ जाता है और शरीर को ठंडा रखने के लिए पसीना निकलता है। अगर आप व्यायाम करते हैं, पर पानी कम पीते हैं तो यह डिहाइड्रेशन कर सकता है।
● व्यायाम के तुरंत बाद आप गरिष्ठ चीजें न खाएं साथ ही एक साथ बहुत अधिक न खाएं। व्यायाम के दौरान क्षतिग्रस्त हई कोशिकाओं की पूर्ति के लिए आहार में प्रोटीन अधिक लें।
नमक खाने पर खून में सोडियम की मात्रा बढ़ती है। सोडियम पानी बढ़ाता है, जिससे खून की मात्रा बढ़ जाती है और दिल की रक्त वाहिकाओं पर दबाव पड़ता है। हाई बीपी के अलावा, रक्त में सोडियम बढ़ने से गुर्दे की अतिरिक्त पानी निकालने की क्षमता में कमी आती है। इसलिए कम सोडियम युक्त नमक का सेवन करें। खासकर खाने में ऊपर से डालकर नमक खाने से बचें।
फल व सब्जियां उच्च रक्तचाप को संतुलित रखने में मदद करते हैं। इनमें पोटेशियम भी भरपूर होता है। पोटेशियम सोडियम के प्रभाव को बेअसर करता है। इससे बीपी काबू रहता है। हर दिन पोटेशियम युक्त दो चीजें खाएं, जैसे केला, नारियल पानी, शकरकंद, पालक, दाल, राजमा और तरबूज आदि।
उच्च रक्तचाप में नमक की तरह चीनी भी उतनी ही खतरनाक है। उच्च रक्तचाप और इंसुलिन प्रतिरोध साथ-साथ चलते हैं, जो बहुत अधिक चीनी युक्त आहार खाने पर होता है। जैसे-जैसे इंसुलिन स्तर बढ़ता है, वैसे-वैसे आपका रक्तचाप भी बढ़ता है। इसलिए चीनी कम खाएं। आहार में अतिरिक्त चीनी का स्तर प्रतिदिन कैलोरी की आवश्यकता के 10 से कम रखें।
ट्रांस वसा के सेवन से एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) बढ़ता है, एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) घटता है और ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ता है। ये सभी कारक वसा के जमाव और धमनियों के सख्त होने का कारण बनते हैं। इससे उच्च रक्तचाप होता है। इसलिए तले हुए खाद्य पदार्थ (बार-बार उपयोग किए जाने वाले तेलों में बने) वनस्पति तेल और विभिन्न मक्खन आदि कम से कम खाएं।