नई दिल्ली. भारत में Amazon और Flipkart सबसे पॉपुलर ई-कॉमर्स वेबसाइट है. दोनों ही वेबसाइट्स पर कस्टमर्स को गलत सामान शिप होने की कई खबरें सामने आईं. एक तरफ जहां कंस्टमर को iPhone की जगह साबुन की टिकिया मिली तो वहीं ईंट मिली. इस ऑनलाइन डिलीवरी धोखाधड़ी से लड़ने के लिए वेबसाइट्स ने वन टाइम पासवर्ड डिलीवरी प्रोसेस की शुरुआत की.
यह ग्राहकों के लिए काफी शानदार है. इस प्रोसेस में ग्राहकों को कहा जाता है कि वे अपने डिलीवरी पैकेज को चेक करने के बाद ही ओटीपी डिलीवरी एजेंट से शेयर करें. एक तरफ जहां कंपनियां डिलीवरी प्रोसेस को सुरक्षित करने की कोशिश कर रही है तो वहीं स्कैमर्स ने इसमें में घोटाला जुगाड़ कर लिया है. आइए जानते हैं इस नए घोटाले के बारे में…
नए स्कैम के कई मामले सामने आए हैं. स्कैमर्स डिलीवरी एजेंट बनकर ग्राहक के दरवाजे पर जाते हैं डिलीवरी से पहले लोगों से OTP मांगते हैं. ज्यादातर जाग्रुक होते हैं और ओटीपी देने से मना कर देते हैं. लेकिन कुछ लोग OTP शेयर कर देते हैं. उसके बाद स्कैमर्स उनके फोन का क्लोन बना लेते हैं और बैंक अकाउंट और डेटा तक पहुंच जाते हैं.
कई बार स्कैमर टारगेट व्यक्ति के पड़ोसियों से भी संपर्क करते हैं और उनसे उस व्यक्ति को कॉल करने और OTP देने के लिए या पेमेंट करने के लिए कहते हैं. उस वक्त व्यक्ति उस सिचुएशन में पड़ोसी को परेशान नहीं करना चाहता है और OTP दे देता है.
– कभी भी ओटीपी किसी से शेयर न करें. अगर शक है तो तुरंत कस्टर केयर पर कॉल करें.
– अगर कोई डिलीवरी बॉय पिन मांग रहा है तो उस व्यक्ति की पहचान वेरिफाई करें. कंपनियां अक्सर सामान डिलीवर होने से पहले डिटेल्स मैसेज करती हैं.
– पार्सल खोलने से पहले कभी भी पैसा न दें.
– कोई लिंक भेजे तो उस पर क्लिक न करें.
– अगर आपको संदिग्ध डिलीवरी मिलती है तो उसे स्वीकार न करें.