नई दिल्ली: बेशक अप्रैल के पहले दिन कुछ राज्यों में माैसम कूल है लेकिन माैसम विभाग ने आशंका जताई है कि अप्रैल से लेकर जून के बीच भीषण गर्मी पड़ेगी। इस समयावधि में तकरीबन 10 से 20 दिनों तक लू चलेगी। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी हिमालय क्षेत्र, पूर्वोत्तर राज्यों और उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों में तापमान को लेकर भी बदलाव दिख सकता है। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने भी बताया कि इस साल देश में अप्रैल के अंत से प्रतिकूल मौसम परिस्थितियां उत्पन्न होने का पूर्वानुमान है और संयोग से इसी दौरान लोकसभा चुनाव भी हैं। ऐसे में सभी हितधारकों के लिए पहले से तैयारी करना महत्वपूर्ण है।
मंत्री ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हमें आने वाले ढाई महीने प्रतिकूल मौसम का सामना करना पड़ेगा। संयोग से इसी दौरान आम चुनाव भी हैं, जिसमें लगभग एक अरब लोगों के मतदान करने की उम्मीद है।” आईएमडी के महानिदेशक ने कहा कि गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तरी कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा, उत्तरी छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में गर्मी का सबसे बुरा असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में देश के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने तथा मध्य दक्षिण भारत में इसकी ज्यादा संभावना है।