होली से पहले सीएम योगी ने शराब की दुकानों को लेकर दिया खास निर्देश, जानिए क्या कहा?

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अधिकारियों को निर्देश दिया कि एक्सप्रेस-वे एवं हाईवे के किनारे शराब की दुकानें बिल्कुल न हों। शराब की दुकानों के साइनेज (साइन बोर्ड) को छोटा किया जाए। सीएम योगी ने होली के त्योहार से पहले अधिकारियों को सख्त आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा कि बिना परमिट की बसें सड़कों पर न चलने पाएं। डग्गामार वाहनों एवं ओवरलोडेड ट्रकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए।

एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर बनाए जाएं अस्पताल
सीएम योगी ने कहा कि राज्य के सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह अस्पताल की भी व्यवस्था की जाए। आधिकारिक बयान के मुताबिक, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में सीएम योगी ने राज्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस बैठक में संबंधित विभागों के मंत्री, शासन स्तर के अधिकारी, सभी मंडलों के मंडलायुक्त, सभी जनपदों के जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक (एसपी) मौजूद रहे।

सीएम योगी ने सड़क दुर्घटनाओं पर जताई चिंता
सड़क दुर्घटनाओं के वार्षिक आंकड़ों पर चर्चा करते हुए सीएम योगी ने कहा कि साल 2024 में उत्तर प्रदेश में 46,052 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें कुल 34,600 लोग घायल हुए और 24 हजार से अधिक मौतें हुईं। उन्होंने कहा कि ये आंकड़े बेहद दुखद हैं और इनमें हर हाल में कमी लानी होगी।

ब्लैक स्पॉट को किया जाए चिन्हित
सीएम योगी ने कहा कि सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी विभाग आपसी समन्वय एवं सामूहिक प्रयासों के जरिये सड़क दुर्घटनाओं की घटनाओं पर अंकुश लगाएं और प्रदेश के सभी मार्गों पर ‘ब्लैक स्पॉट’ को चिन्हित कर उन्हें ठीक कराएं। सीएम ने सड़क हादसों में घायल लोगों के इलाज के विषय में चिंता जाहिर करते हुए कहा, ‘सभी एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ फूड प्लाजा की तरह अस्पताल की व्यवस्था करें। साथ ही सभी मंडल मुख्यालयों के अस्पतालों में ट्रामा सेंटर, एंबुलेंस और प्रशिक्षित कर्मियों की तैनाती भी सुनिश्चित की जाए।’

इन 20 जिलों में हुई सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं
सीएम योगी ने कहा कि साल 2024 में प्रदेश के 75 जनपदों में हुई दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा 20 जनपदों-हरदोई, मथुरा, आगरा, लखनऊ, बुलंदशहर, कानपुर नगर, प्रयागराज, सीतापुर, उन्नाव, बाराबंकी, लखीमपुर-खीरी, बरेली, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर, शाहजहांपुर, गोरखपुर, कुशीनगर, बदायूं, मेरठ और बिजनौर में जनहानि हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क हादसों में हुए कुल मौतों में 42 प्रतिशत इन जनपदों में दर्ज की गईं। उन्होंने मौतों को नियंत्रित करने के लिए दुर्घटना के कारकों को खोजने एवं लोगों में सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने का निर्देश दिया।

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