नई दिल्ली/कोलकाता. जहां एक तरफ बीते शनिवार को पश्चिम बंगाल (West Bengal) की 73,887 ग्राम पंचायत सीटों में से 64,874 पर मतदान खत्म हो चूका है। वहीं इसके पहले बाकी 9,013 सीटों पर उम्मीदवारों को निर्विरोध चुन लिया गया था। इन निर्विरोध चुने जाने वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा 8,874 तृणमूल कांग्रेस से हैं। वहीं इन चुनाव के नतीजे आगामी 11 जुलाई को आएंगे।
हालांकि चुनावी क्षेत्रों में सेंट्रल फोर्सेस की तैनाती के बाद भी अलग-अलग इलाकों से हिंसा की खबरें आईं। कई इलाकों से बूथ लूटने, बैलेट पेपर फाड़ने, बैलेट पेपर में आग लगाने की बड़ी घटनाएं देखी गईं। तो वहीं कूच बिहार के माथभंगा-1 ब्लॉक के हजराहाट गांव में एक युवक सीधे-साइड बैलेट बॉक्स ही लेकर भाग गया। वहीं इन पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में अलग-अलग जगहों पर भड़की हिंसा में करीब 17 लोगों की मौत हो गई जबकि कई घायल हो गए। मुर्शिदाबाद में सबसे अधिक हिंसा की घटनाएं हुई है। यहां बीते शुक्रवार रात से ही खूनी खेल जारी है। इस हिंसा को लेकर प्रदेश में सियासी बवाल मचा हुआ है। राजनीतिक दलों ने एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
इधर इन घटनाओं को देखते हुए अब BJP ने राज्य में धारा-355 और 356 लगाने की मांग की है। इसके साथ ही राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाया जाए। अधिकारी ने कहा है कि बंगाल के हालात इस वक्त मणिपुर से भी ज्यादा खराब हैं।
वहीं इन हिंसा की घटनाओं को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने अब राज्य की ममता सरकार से मामले पर रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने BJP के प्रदेश अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार से भी बात की और कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारी ली। इधर, BSF ने भी चुनाव आयोग को लेटर लिखकर कहा कि, उन्हें संवेदनशील बूथों के बारे में सही और सटीक जानकारी नहीं दी गई थी।