भरतपुर : यहां के बयाना थाना इलाके से एक ऐसा वीडियो सामने आया, जिसने पूरे देश के रोंगटे खड़े कर दिए। तारीख 25 अक्टूबर 2023… । खेतों के पास एक शख्स को बेरहमी से एक दो बार नहीं, बल्कि 8 बार कुचला गया. उसके ऊपर तब तक ट्रैक्टर (Tractor) चलाया गया जब तक कि शख्स ने दम नहीं तोड़ दिया. हैरत की बात ये थी कि उस समय वहां न जाने कितने ही लोग मौजूद थे. वे उस शख्स को बचा सकते थे. लेकिन ऐसा हुआ नहीं. वे सब तो बस वीडियो बनाने में लगे हुए थे।
शख्स की मौत हो गई तो पुलिस वहां आ पहुंची. पता चला मरने वाले का नाम निरपत सिंह गुर्जर था. वह 30 साल का था. पुलिस ने तुरंत उसके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया. जांच शुरू हुई तो एक के बाद एक कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. पुलिस के मुताबिक, गांव में बहादुर सिंह गुर्जर अपने परिवार के साथ रहता है. उसके साथ निरपत पुत्र अतर सिंह गुर्जर के परिवार का जमीन को लेकर काफी समय से झगड़ा चल रहा था।
कई बार इन दोनों परिवारों के बीच लड़ाई-झगड़े हो चुके थे. लेकिन जमीन को लेकर कभी कोई समाधान नहीं निकला. पांच दिन पहले यानि 20 अक्टूबर को दोनों परिवारों के बीच इसी बात को लेकर एक बार फिर जमकर लड़ाई हुई. मामला थाने तक जा पहुंचा. जिसके बाद पुलिस ने दोनों परिवारों के 22 लोगों को पाबंद कर दिया था।
लेकिन बुधवार की सुबह अतर सिंह गुर्जर को पता चला कि बहादुर सिंह पक्ष के लोग विवादित जमीन को ट्रैक्टर से जोतने के लिए चले गए. इसकी सूचना मिलने के बाद दूसरे पक्ष अतर सिंह के परिवार वाले भी विरोध करने पहुंच गए. खेत की जुताई के दौरान दोनों पक्षों के बीच जमकर झगड़ा हुआ. कुछ समय बाद बहादुर सिंह पक्ष के लोग घर चले गए. लेकिन अतर सिंह के छोटे बेटे दामोदर सिंह को इतना गुस्सा आ गया कि उसने विरोधियों को फंसाने के लिए एक ऐसी साजिश को अंजाम दे डाला जिसे सुनकर किसी की भी रूह कांप जाए।
दामोदर ने विरोधियों को फंसाने के लिए अपने ही बड़े भाई निरपत सिंह के ऊपर ट्रैक्टर चढ़ा दिया. इसे बेसुध होकर निरपत वहीं गिर पड़ा. परिवार के अन्य सदस्य यह देखते ही चौंक गए. वे निरपत को उठाने के लिए जैसे ही आगे बढ़े, दामोदर ने एक बार फिर निरपत को कुचल दिया. इस तरह उसने 8 बार निरपत को ट्रैक्टर से रौंद डाला. तभी गांव के कई लोग भी वहां आ पहुंचे. उन्होंने यह सब नजारा देखा जरूर लेकिन किसी ने भी आगे आकर निरपत को बचाने की कोशिश नहीं की. 8 बार कुचले जाने के बाद निरपत की वहीं मौत हो गई।
इस मामले में पुलिस ने फिलहाल दोनों पक्षों के 6 लोगों को हिरासत में लिया है. तो वहीं, दूसरी तरफ मृतक के पिता अतर सिंह गुर्जर का आरोप है कि पांच दिन पहले जब उन लोगों का अपने विरोधियों से झगड़ा हुआ था. उस समय पुलिस ने उन्हें थाने में बैठा लिया और देर रात 15 हजार रुपए लेकर उनको घर जाने दिया. हालांकि, पुलिस इस आरोप को झूठा बताते हुए कह रही है. परिवार ने तो ये भी कहा कि निरपत को विरोधियों ने मारा है. जबकि, ऐसा नहीं है।
पुलिस का कहना है कि दामोदर जब इस वारदात को अंजाम दे रहा था, तब गांव के कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया. इस वीडियो को देखने के बाद समझ में आया कि दामोदर ने ही अपने भाई निरपत सिंह की ट्रैक्टर से रौंद कर हत्या की है. गांव वालों ने भी वीडियो में दामोदर की पहचान की है. वारदात के समय उसने जो शर्ट पहनी थी, उसे घर में छुपा दिया था, ताकि उसकी पहचान न हो सके. लेकिन पैंट बदलना वो भूल गया, जो उसकी पहचान करने में मददगार साबित हुआ. एसएचओ जय प्रकाश परमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोनों पक्षों के छह लोगों को हिरासत में लिया गया है. मुख्य आरोपी फरार है. उसकी तलाश की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश किलवानीय ने बताया कि इस हादसे में 8 लोग घायल भी हुए हैं. उनका इलाज अस्पताल में चल रहा है. 4 की हालत गंभीर थी, जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया है। भरतपुर पुलिस इस मामले में फिलहाल दामोदर को ही हत्यारोपी मानकर चल रही है. पुलिस का कहना है कि वायरल वीडियो में ट्रैक्टर चलाने वाले शख्स की पहचान दामोदर के रूप में की गई है. लेकिन आखिर सच्चाई क्या है इस बात का पता तो तभी लग सकता है जब वो पुलिस गिरफ्त में आएगा. तब तक इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।