डोनाल्ड ट्रंप के 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा पर बोले बाइडन- ‘उन्होंने देश को किया विफल’

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नई दिल्ली. जहां एक तरफ अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने तीसरी बार व्हाइट हाउस की दौड़ में शामिल होने का मंगलवार को एलान किया है। वहीं इस एलान के बाद G-20 समिट में बैठे, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) ने डोनाल्ड ट्रंप को एक विफल नेता करार दिए जिसने अपने देश को ही विफल कर दिया।

दरअसल मध्यावधि चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के खराब प्रदर्शन और मार-आ-लागो क्लब सहित अन्य मामलों में अपने खिलाफ जारी कानूनी जांच के बीच डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव लड़ने की घोषणा की। हालांकि, रिपब्लिकन पार्टी 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में हार स्वीकार करने से इनकार करने वाले ट्रंप को अपना उम्मीदवार बनाने पर विचार करेगी या नहीं, इस पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।

जो बाइडन- डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को विफल किया

उधर इंडोनेशिया के बाली से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने एक ट्वीट में कहा कि, “पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका को विफल ही किया है।” अपने इस ट्वीट के साथ एक वीडियो में, बिडेन ने आरोप लगाया कि ट्रम्प के शासन के दौरान “अमीरों और नगरसेवकों के लिए कर कटौती,” “रिकॉर्ड-ब्रेकिंग बेरोजगारी”, “सबसे ख़राब नौके के मौके का रिकॉर्ड पर रिपोर्ट” थी।

बाइडन के ट्रंप पर संगीन आरोप

इतना ही नहीं अमेरिकी राष्ट्रपति के अनुसार, ट्रम्प एकमात्र ऐसे पूर्व राष्ट्रपति हैं जिन्होंने पदभार ग्रहण करने के समय की तुलना में कम नौकरियों के साथ अपने पद छोड़ा। उन्होंने कहा कि, ट्रम्प प्रशासन ने ही सुप्रीम कोर्ट से अफोर्डेबल केयर एक्ट को पलटने के लिए कहा, जो स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र पर एक ” सुनियोजित हमला” था, जिससे 23 मिलियन अमेरिकियों को बिना बीमा कवरेज के छोड़ दिया गया।

दिलाई कैपिटल हमले की याद

इसके साथ ही राष्ट्रपति बिडेन ने आगे दावा किया कि, ट्रम्प ने चरमपंथियों को “जोड़ा” किया और “गर्भपात” नियम के मामले में महिलाओं के अधिकारों पर हमला किया। ट्रम्प गर्भपात के लिए “सजा” चाहते थे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रिपब्लिकन नेता पर 6 जनवरी के कैपिटल हमले की याद दिलाते हुए हिंसा को “उकसाने” का आरोप लगाया।गौरतलब है कि, ट्रंप के हार न स्वीकार करने और उनके कथित भड़काऊ भाषणों के बीच उनके समर्थकों ने छह जनवरी को अमेरिकी संसद भवन (कैपिटल हिल) में कथित तौर पर हिंसा की थी।

ट्रंप के अपने ही छोड़ रहे साथ

हालांकि ट्रंप ने अपने राजनीतिक सफर के बेहद नाजुक दौर में एक बार फिर राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने की घोषणा की है। वह मध्यावधि चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की जीत के बीच अपने अभियान की शुरुआत करना चाहते थे, लेकिन ट्रंप समर्थित ज्यादातर उम्मीदवारों की हार के चलते उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका। रिपब्लिकन पार्टी में ट्रंप का समर्थन लगातार घट रहा है।

इतना ही नहीं हाल के महीनों में उन्हें अपने ही कुछ सहयोगियों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है, जिनका कहना है कि रिपब्लिकन पार्टी के लिए अब भविष्य के बारे में सोचने का जरुरी समय आ गया है। वहीं खुद फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसैंटिस पार्टी में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए अब पहली पसंद बनकर उभर रहे हैं।

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