लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी रिमांड कॉपी में गैंगस्टर अतिक और उसके गैंग को लेकर बड़ा खुलासा किया है. पुलिस का कहना है कि अतीक अहमद और अशरफ पाकिस्तान से हथियार मंगाता थे. फिर ड्रोन के जरिए पंजाब सप्लाई की जाती थी. फिर पंजाब की तरफ जो हथियार गिराए जाते थे उसकी खरीद फरोख्त की जाती थी. यूपी पुलिस ने रिमांड में लिखा है कि पाकिस्तान की तरफ से पंजाब में ड्रोन के जरिए हथियार गिराए जाते थे. फिर उस हथियार को आरोपी कुछ व्यक्तियों से खरीदते थे.
यूपी की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने रिमांड अर्जी में लिखा है कि जेल से आरोपियों की पहचान नहीं हो सकती, इस वजह से आरोपी की रिमांड जरूरी है. रिमांड पर लेने के बाद आरोपी को उस जगह पर ले जाया जाएगा, ताकि उनकी पहचान हो सके. माफिया अतीक अहमद के अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से भी कनेक्शन का खुलासा हुआ है.
जानकारी के मुताबिक मुख्तार अंसारी की मदद से दाऊद इब्राहिम से गैंग के संपर्क में आया था अतीक. इसके बाद पाकिस्तान के रास्ते अतीक गैंग हथियारों की सप्लाई करने लगा. माफिया अतीक अहमद इंटर स्टेट गैंग 227 का सरगना है. विदेशी हथियार बरामद होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई थी. अब अतीक के आतंकवादी गतिविधियों को लेकर भी एनआईए जांच कर सकती है. मालूम हो कि एनकाउंटर में ढेर असद और गुलाम के पास से विदेशी हथियार बरामद हुए हैं.
गुरुवार को उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे आरोपी असद अहमद को झांसी में यूपी एसटीएफ ने मारा गया. उसका शूटर गुलाम भी ढेर हो गया. इधर, इसी केस में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के कोर्ट में पेशी चल रही थी. इस दौरान अतीक को बेटे के एनकाउंटर की खबर मिली. इसके बाद वह रोने लगा.
बेटे की मौत के बाद अतीक अहमद ने कहा कि यह सब मेरी वजह से हुआ है. उसने वहां पूछा भी कि बेटे को कहां दफनाया जाएगा. हालांकि कोर्ट ने उमेश पाल मर्डर केस में अतीक और उसके भाई अशरफ की चार दिन की पुलिस कस्डटी पर भेजने का भी आदेश दिया है. इतना ही नहीं अतीक ने जेल प्रशासन से अपने बेटे अली से मिलने की इच्छा जाहिर की थी, जिसे जेल प्रशासन ने खारिज कर दिया है. वहीं झांसी के मेडिकल कॉलेज में असद अहमद और गुलाम के शव के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया चल रही है. मेडिकल कालेज में एक्सरे मशीन मंगाई गई है. वहीं अभी तक दोनों शार्प शूटरों के परिवार का कोई सदस्य मेडिकल कॉलेज नहीं पहुंचा है.