जयपुर: राजस्थान के उदयपुर में ‘सिर तन से जुदा’ करके मारे गए टेलर कन्हैयालाल को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को पता चला है कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी 12 दिन पहले भी कन्हैया के दुकान पर पहुंचा था। उस समय कन्हैया का एक अन्य व्यक्ति के साथ झगड़ा हो रहा था। 16 जून को हुए विवाद के दौरान आरोपी मोहम्मद रियाज अत्तारी ने झगड़ा शांत करने की कोशिश की थी। इसके बाद उसे जो बातें पता चलीं उसके बाद रियाज ने गौस मोहम्मद के साथ मिलकर कन्हैया के मर्डर का प्लान बनाया और 28 जून को बर्बरता से उसकी गर्दन काट दी।
रिपोर्ट के मुताबिक, जांच एजेंसियों को इस झगड़े का तब पता चला जब उन्होंने पीड़ित के दुकान की 16 जून सीसीटीवी फुटेज को जांचा। पता चला कि एक शख्स अपनी पत्नी और बच्चों के साथ लाल की दुकान पर बाइक से आया था। उसका कन्हैया के साथ झगड़ा हो रहा था। जब नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सीसीटीवी की पड़ताल की तो पता चला कि इस दौरान मोहम्मद रियाज अत्तारी भी वहां मौजूद था और बीच-बचाव की कोशिश कर रहा था।
हालांकि, एनआईए ने चार्जशीट में यह नहीं बताया है कि कैसे अत्तारी ने झगड़े में बीच बचाव किया। जांच में पता चला कि उस दिन अत्तारी वसीम अली की दुकान पर आया था। अली का बुटीक कन्हैया की दुकान के पास ही था। जब कन्हैया की दुकान में झगड़ा शांत हो गया तो रियाज ने अली से पूछा कि क्यों हंगामा हो रहा था। तब अली ने रियाज को बताया कि कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। इसके बाद ही रियाज ने कन्हैया की हत्या का प्लान बनाया और अपने साथी गौस मोहम्मद के साथ मिलकर इसे अंजाम दिया।
गौरतलब है कि भाजपा की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट शो के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी थी। नूपुर को लेकर देश और दुनियाभर के मुसलमानों ने आक्रोश जाहिर किया। कन्हैयालाल के मोबाइल से नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट किया गया था। रियाज और गौस मोहम्मद ग्राहक के रूप में कन्हैया की दुकान में पहुंचे थे। कन्हैया नाप लेने में व्यस्त था। तभी आरोपियों ने धारदार हथियार से कई वार करके उसकी गर्दन काट दी थी। बाद में दोनों पकड़े गए थे।