नई दिल्ली : सैन्य कमांडरों के बीच कई दौर की बातचीत के बावजूद वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत-चीन (India-China) के बीच रिश्ते नहीं सुधरे हैं। इस बीच अमेरिका रक्ष विभाग पेंटागन ने बड़ा खुलासा किया है। उसने कहा है कि चीन आज भी बड़े पैमाने पर अपने सैनिकों की तैनाती को कम नहीं किया है। इसके अलावा, वह आज भी अंडरग्राउंड स्टोर, सड़कों, हवाई क्षेत्रों और हेलीपैड का निर्माण कर रहा है। पेंटागन ने यह भी कहा है कि चीन के पास आज के समय में 500 से अधिक परमाणु हथियार हैं।
अमेरिका के पास 3,750 सक्रिय परमाणु हथियार हैं, जबकी कुल संख्या 5,244 है। वहीं, रूस के पास 5,889 हैं। इस मामले में भारत और पाकिस्तान काफी पीछे हैं। भारत के पास जहां 164 वहीं, पाकिस्तान के पास 170 हथियार हैं। पेंटागन ने कहा कि चीन पारंपरिक भूमि, वायु और समुद्र के साथ-साथ परमाणु, अंतरिक्ष, काउंटर-स्पेस, ई-वॉरफेयर और साइबरस्पेस सहित युद्ध के सभी क्षेत्रों में अपनी क्षमताओं को लगातार बढ़ा रहा है। ऐसा करके वह अपनी सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है। पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 2049 तक चीन की सेना को विश्व स्तरीय बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
भारत-चीन सीमा को लेकर पेंटागन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि 3,488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर चीनी वेस्टर्न थिएटर कमांड की तैनाती 2023 तक जारी रहेगी। आपको बता दें कि 9-10 अक्टूबर को कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता के 20वें दौर के बाद डेपसांग में दो प्रमुख टकराव वाले स्थल (डेमचोक में मैदान और चार्डिंग निंगलुंग नाला ट्रैक जंक्शन) को शांत करने में कोई सफलता नहीं मिली है। ।
पेंटागन ने कहा कि चीन ने पिछले साल एलएसी के पश्चिमी क्षेत्र में सैनिकों की संख्या बढ़ाई थी। प्रत्येक रेजिमेंट में आम तौर पर टैंक, तोपखाने, वायु रक्षा मिसाइलों और अन्य हथियार प्रणालियों के साथ 4,500 सैनिक होते हैं। चीन के सीमा बुनियादी ढांचे के विकास पर पेंटागन ने कहा, “डोकलाम के पास एलएसी के सभी तीन क्षेत्रों में नई सड़कें, पैंगोंग झील पर एक दूसरा पुल, एक दोहरे उद्देश्य वाला हवाई अड्डा और हेलीपैड बनाया जा रहा है।”