करेला स्वाद में भले ही कड़वा हो लेकिन सेहत के लिए यह किसी टॉनिक से कम नहीं हैं। करेले में ऐसे तत्व मौजूद हैं जो कि हमारे लिए बहुत लाभदायक है। इसके सेवन या इसका जूस पीने से कई बीमारियों की संभावनाओं को खत्म किया जा सकता है। इसे बहुत-सी दवाईयों को बनाने में भी इस्तेमाल किया जाता है। यहां जानिए करेले खाने के फायदे:
डायबिटीज के रोगियों के लिए
टाइप 4 डायबिटीज के मरीजों के लिए करेले का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद है। इंसुलिन की उचित मात्रा न होने पर ब्लड में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है जो टाइप 2 डायबिटीज के लिए जिम्मेदार हैं। करेला का जूस ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करता है। डायबिटीज के रोगियों को एक चौथाई कप करेले के रस में इतना ही गाजर का रस मिलाकर पिलाना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का लेवल धीरे-धीरे कम होने लगता है। सुबह के समय करेला का जूस पीना बहुत ही फायदेमंद साबित होता है। करेले में मोमर्सिडीन और चैराटिन जैसे एंटी-हाइपर ग्लेसेमिक तत्व पाए जाते हैं।
खून की कमी दूर करता है
महिलाओं में हिमोग्लोबिन की समस्या बहुत ही आम हैं लेकिन आयरन से भरपूर सब्जियों का सेवन करना सबसे ज्यादा फायदेमंद हैं। दिन में एक बार करेले की सब्जी खाने या इसका जूस पीने से हीमोग्लोबिन की कमी को दूर किया जा सकता हैं। साथ ही खून भी साफ होता है।
कैंसर से बचाता है
कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए करेला सहायक होता है। इसका जूस पीने और इसके गुदे को पानी में उबालकर पीने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी की संभावना को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
पथरी रोगियों के लिए
पथरी रोगियों को दो करेले का रस पीने और करेले की सब्जी खाने से आराम मिलता है। इससे पथरी गलकर धीरे-धीरे बाहर निकल जाती है। 20 ग्राम करेले के रस में शहद मिलाकर पीने से पथरी गल कर पेशाब के रास्ते निकल जाती है।
भूख बढ़ाने में सहायक
भूख कम लगने या नहीं लगने की समस्या है तो करेले का सेवन उसके लिए फायदेमंद साबित होगा। करेले के जूस को रोजाना पीने या करेले की सब्जी खाने से पाचन क्रिया सही रहती है, जिससे भूख बढ़ती है।
त्वचा रोग में भी लाभकारी
करेले में मौजूद बिटर्स और एल्केलाइड तत्व रक्त शोधक का काम करते हैं। करेले की सब्जी खाने और मिक्सी में पीस कर बना लेप रात में सोते समय हाथ-पैर पर लगाने से फोड़े-फुंसी और त्वचा रोग नहीं होते। दाद, खाज, खुजली, सियोरोसिस जैसे त्वचा रोगों में भी करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीना फायदेमंद है।
आपको कोई बीमारी है या नहीं, 1 मिनट के इस स्पून टेस्ट से पता करें
रेग्यूलर चेकअप हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। हमारा शरीर हमें कुछ संकेत देता है लेकिन हम इसे नजरअंदाज कर देते हैं और यह नहीं समझते कि ये लक्षण किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या में तब्दील हो सकते हैं। यहां एक स्पून टेस्ट बताया जा रहा है जो कि आप अपने घर पर कर सकते हैं। इस टेस्ट के जरिए आप पता लगा सकते हैं कि आपको कोई बीमारी है या नहीं। एक चम्मच की सहायता से ये काम कर सकते हैं। यूनिवर्सिटी आफ टोरोनटो के असिस्टेंट प्रोफेसर और ब्रॉडकास्ट मेडिकल जर्नलिस्ट डॉ. जोलीन हूबर ने इस स्पून टेस्ट पर रिसर्च की है। इस अध्य्यन के जरिए चम्मच को जीभ पर लगाकर हेल्थ स्टेट्स चेक करने का ये ट्रीक अब काफी प्रचलित हो चुका है।
ऐसे करें स्पून टेस्ट
– यह टेस्ट सुबह उठकर खाली पेट करें। स्पून टेस्ट के पहले पानी भी न पीएं।
– सबसे पहले एक साफ चम्मच लें और उसके बेस को अपनी चीभ पर धीरे-धीरे रगड़ें।
– ऐसा तब तक करें जब तक इस पर लार न लग जाए।
– फिर इस चम्मच को किसी साफ पॉलिथिन में पैक कर दें।
– अब इस चम्मच को एक प्लास्टिक बैग में रखें और इसे सूरज या किसी तेज रोशनी में रख दें।
– फिर एक मिनट बाद आप इसे चेक करें। ध्यान रहें चम्मच के ऊपरी भाग को टच न करें।
अगर आपको इस चम्मच में कोई गंध नहीं आ रही हो, या फिर कोई धब्बा न लगा हो तो इसका मतलब है आपके आंतरिक अंग स्वस्थ हैं।
गंध या धब्बे हो तो..
– अगर इसमें से मीठी सी गंध आ रही है तो निश्चित तौर पर आपको डायबिटीज की समस्या हो सकती है।
– इसमें बदबू आ रही हो तो फेफड़े संबंधी समस्या की और इशारा है। फेफड़े में किसी संक्रमण का संकेत है।
– वहीं अगर इस चम्मच पर एक पीली सी परत दिखती है तो ये थाइरॉयड का संकेत हो सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज ना करें।
– अगर चम्मच पर सफेद रंग की परत चढ़ी दिखती है तो फिर ये आपके बॉडी में इन्फेक्शन होने का संकेत हो सकता है जिसकी आपको विस्तृत जांच करानी पड़ेगी।
– चम्मच पर अगर नारंगी रंग की परत दिखती है तो फिर ये किडनी से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है।
– अगर पर्पल कलर का धब्बा लगता है तो यह पुअर ब्लड सकुर्लेशन, हाई कोलेस्ट्रोल लेवल का संकेत है।
स्पून टेस्ट के जरिए आपको एक आइडिया लग जाएगा कि कहीं न कहीं आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है और इसके बाद आप डॉक्टरी सलाह ले सकते हैं।