श्रीनगर. जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला (Former CM Omar Abdullah) ने केंद्रशासित प्रदेश में चुनाव नहीं कराने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधा। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी प्रदेश में चुनाव कराने से डरती है। उसके बर्ताव के कारण वह बुरी तरह हार जाएंगी।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “त्रिपुरा और नागालैंड में चुनाव हुए, अगले महीने वे कर्नाटक में होंगे। जब वहां चुनाव हो सकते हैं तो जम्मू-कश्मीर में क्यों नहीं हो सकते? बीजेपी यहां चुनाव कराने से डरती है क्योंकि उन्हें पता है कि यहां के लोगों के साथ उनके बर्ताव के कारण वे बुरी तरह हार जाएंगे।”
पूर्व सीएम ने कहा, “हमारी गलत धारणा है कि जम्मू के लोग बीजेपी से खुश हैं। हमने वास्तविकता देखी जब एसएसआरबी का विरोध जम्मू में हुआ जिसने बीजेपी को अपने ही एलजी के खिलाफ बयान देने के लिए मजबूर किया।”इससे पहले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा सदस्य फारूक अब्दुल्ला ने विपक्षी दलों के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए केंद्र शासित प्रदेश में समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने के लिए निर्वाचन आयोग (ईसी) से मुलाकात की। इस दौरान निर्वाचन आयोग को दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराना निर्वाचन आयोग का संवैधानिक दायित्व है।
गौरतलब है कि जम्मू और कश्मीर में पिछले पांच साल से विधानसभा नहीं है और निर्वाचित सरकार भी नहीं है। केंद्र ने 2019 में जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था।