मुंबई : महाराष्ट्र भाजपा नेता और पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह अक्सर अपने बयानों और कार्यों के लिए मीडिया की सुर्खियां बनते हैं। महाराष्ट्र भाजपा उपाध्यक्ष कृपाशंकर सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने उत्तर प्रदेश में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों के लिए मराठी को वैकल्पिक भाषा के रूप में चुनने के नियम को लागू करने की मांग की है। उनका कहना है कि जो छात्र पढ़-लिखकर महाराष्ट्र आना चाहते हैं और यहां अपनी आजीविका कमाने के साधन को चुनते हैं। मुंबई समेत महाराष्ट्र में बेहतर नौकरी पाने में उन्हें काफी मदद मिल सकती है.
आपको बता दें कि हाल ही में बीजेपी ने उन्हें महाराष्ट्र उत्तर भारतीय मोर्चा का पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। कहा जाता है कि कृपा की महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक के राजनीतिक गलियारों में अच्छी पकड़ है। ऐसे में उनके मराठी भाषा से जुड़े पत्र पर यूपी सरकार संज्ञान ले सकती है. यह भी माना जा रहा है कि योगी सरकार उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में मराठी भाषा को शामिल कर छात्रों को वैकल्पिक व्यवस्था दे सकती है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में रोजगार की कमी के कारण हर साल बड़ी संख्या में बेरोजगार लोग मुंबई, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में पलायन करते हैं। तत्कालीन यूपी सरकार के तमाम रोजगार दावों के बावजूद उत्तर भारतीय दो वक्त की रोटी के लिए दूसरे राज्यों में जा रहे हैं। महाराष्ट्र के मुंबई, पुणे, नागपुर जैसे शहरों में आज भी बड़ी संख्या में बेरोजगार आते हैं। लेकिन भाषा की दृष्टि से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में बीजेपी नेता कृपा शंकर की यूपी के स्कूलों में मराठी भाषा पढ़ाने की मांग आने वाले दिनों में उत्तर भारतीयों के लिए काफी कारगर साबित हो सकती है.