नई दिल्ली : हालिया विधानसभा चुनावों में हिंदीपट्टी के तीन अहम राज्यों राजस्थान, मध्यप्रदेशऔर छत्तीसगढ़ में कांग्रेस (Congress) के सफाए से उत्साहित भाजपा (BJP) ने लोकसभा चुनाव में कम से कम 350 सीटें जीतने का नया लक्ष्य निर्धारित किया है। पार्टी की योजना बीते लोकसभा चुनाव के मुकाबले 12 करोड़ अतिरिक्त मत हासिल करने की है। इस लक्ष्य को हासिल करने की व्यूहरचना के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 22 और 23 दिसंबर को राष्ट्रीय पदाधिकारियों, प्रदेश अध्यक्षों, प्रदेश प्रभारियों, संगठन मंत्रियों और सभी मोर्चों के अध्यक्षों की बैठक बुलाई है।
दरअसल, बीते लोकसभा चुनाव में भी यही रणनीति अपनाई थी। तब पार्टी ने मिशन 50 पर्सेंट (प्रभाव वाली सभी सीटों पर कम से कम 50 फीसदी वोट) का नारा दिया था। पार्टी को लाभ मिला और 2014 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले पार्टी के मतों में 5.8 करोड़ की बढ़ोतरी हुई। सीटों की संख्या 282 से बढ़ कर 303 हो गई, ऐसे सीटों की संख्या 136 से बढ़ कर 224 हो गई, जहां पार्टी को 50 फीसदी से अधिक वोट मिले।
पार्टी के एक महासचिव ने कहा कि लोकसभा के बीते तीन चुनाव के मतों में करीब 15 करोड़ का इजाफा हुआ। 2009 में हमें 7.8 करोड़ वोट मिले थे, 2019 में यह संख्या बढ़ कर 22.9 करोड़ हो गई।
पार्टी के रणनीतिकारों को लगता है कि आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी देश भर में निकाली जा रही विकसित भारत यात्रा और मोदी गारंटी गाड़ी के सहारे यह लक्ष्य हासिल करेगी। इस यात्रा के जरिये पार्टी की योजना उस वर्ग में अपनी पैठ बनाने की है, जिस वर्ग का बीते चुनाव में पार्टी को व्यापक समर्थन नहीं मिला था।