कोलकाता: पिछले वर्ष पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में भाजपा की शिकस्त के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा करीब साल भर बाद पश्चिम बंगाल पहुंचे। मंगलवार देररात कोलकाता हवाई अड्डे पर नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी, प्रदेश अध्यक्ष तुकांत मजूमदार आदि ने उनका स्वागत किया। बुधवार सुबह वह हुगली के चिनसुरा में वंदे मातरम भवन के लिए रवाना हुए।
इस भवन में साहित्यकार बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने राष्ट्रगान लिखा था। यहां पास में मौजूद चंदननगर के रासबिहारी बोस शोध संस्थान का भी दौरा जेपी नड्डा करेंगे। हुगली से लौटने के बाद दोपहर को वह कोलकाता के ऐतिहासिक नेशनल लाइब्रेरी के भाषा भवन सभागार में प्रदेश भाजपा कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में 2024 के लोकसभा चुनाव रणनीति पर चर्चा हो सकती है। कोलकाता पहुंचने के साथ ही वह पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, सुकांत मजूमदार, शुभेंदु अधिकारी, अमित मालवीय आदि वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी के कई बड़े नेता छिटक चुके हैं। मुकुल रॉय, अर्जुन सिंह, सब्यसाची दत्त, राजीव बनर्जी जैसे नेता तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए थे। वे वापस लौट चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले 2019 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में 42 में से 18 सीटों पर जबरदस्त जीत हासिल की थी। विधानसभा चुनाव में शिकस्त के बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में इस प्रदर्शन को बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण है। भाजपा के नेता एक के बाद एक साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के बाद राज्य भर में कथित तौर पर 60 से अधिक भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। सैकड़ों कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले हुए। नड्डा के दौरे को सांगठनिक नेतृत्व को चंगा करने की कोशिश मानी जा रही है। प्रदेश भाजपा ने कहा है कि गुरुवार को नड्डा राज्यभर के मंडल अध्यक्षों और अन्य पदाधिकारियों के साथ सांगठनिक बैठक करेंगे।