नई दिल्ली : भाजपा ने विधानसभा चुनावों में हर क्षेत्र की सटीक जानकारी जुटाने के लिए इस बार नया प्रयोग शुरू किया है। इसके तहत चुनाव वाले राज्य में उसने दूसरे राज्यों के विधायकों (MLA) को हर विधानसभा सीट पर प्रवास पर भेजा है। यह विधायक उम्मीदवारों से लेकर चुनावी तैयारी, लोगों की राय, संगठन की स्थिति एवं राजनीतिक स्थिति की पूरी जानकारी हासिल कर केंद्र को अपनी रिपोर्ट दे रहे हैं। चूंकि वह खुद विधायक हैं, इसलिए एक विधायक के चुनाव के लिए क्या-क्या जरूरी है, इसका उनको पूरा अनुभव रहता है।
चुनावों के दौरान भाजपा कई तरीकों से हर विधानसभा क्षेत्र का जायजा लेती है। इनमें विभिन्न एजेंसियों के सर्वे, पार्टी संगठन की राय और सोशल मीडिया से कई तरह की जानकारी जुटाना शामिल है। लेकिन इस बार पार्टी ने एक बड़ा प्रयोग करते हुए मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान में दूसरे राज्यों के पार्टी विधायकों को हर विधानसभा सीट पर पांच से सात दिनों के प्रवास पर भेजा है। यह विधायक वहां विभिन्न बैठकों, संपर्क एवं संवाद से कई तरह की जानकारी हासिल कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, इसके अलावा वह पार्टी के भीतर के असंतोष की भी जानकारी ले रहे हैं। शिकायतों को उचित ढंग से ऊपर तक पहुंचाने का भरोसा भी दे रहे हैं।
इस महीने के आखिर तक इन तीनों राज्यों की सभी विधानसभा सीटों पर इन विधायकों का प्रवास पूरा हो जाएगा। अब जिन सीटों (अधिकांश सीटें शामिल) के लिए पार्टी ने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं, उनके लिए इन विधायकों की रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण होगी। पार्टी का मानना है कि विधायकों के प्रवास से कई तरह की सटीक जानकारी हासिल हो सकेगी।
मालूम हो कि भाजपा को अभी राजस्थान की सभी सीटों के लिए उम्मीदवार तय करने हैं। उसने केवल मध्य प्रदेश की 230 में से 39 सीटों के लिए उम्मीदवार तय किए हैं जो कि उसकी हारी हुई सीटें हैं। इसी तरह से छत्तीसगढ़ में 90 में से 21 सीटों (सभी हारी हुई) के लिए उम्मीदवार तय किए गए हैं। ऐसे में विधायकों की रिपोर्ट से मिलने वाला फीडबैक उम्मीदवार तय करने में भी अहम भूमिका निभाएगा। साथ ही चुनावी रणनीति भी प्रभावी ढंग से तैयार की जा सकेगी।