नई दिल्ली। लोकसभा अध्यक्ष के पद पर सर्वसम्मति से चयन के लिए भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ-साथ विपक्षी दलों को भी साधने की रणनीति तैयार कर ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जल्द ही बैठक करके नाम को लेकर फैसला करेंगे। इसके बाद भाजपा के वरिष्ठ नेता एनडीए के सहयोगी दलों के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे।
पार्टी की कोशिश लोकसभा अध्यक्ष का चयन सर्वसम्मति से कराने की है और इसके लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सहयोगी दलों के साथ ही विरोधी दलों से बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसे लेकर राजनाथ सिंह के आवास पर रविवार को भी एक बैठक हुई थी, जिसमें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, जेडीयू नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान भी शामिल हुए थे।
लोकसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के शपथ ग्रहण, लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव, राष्ट्रपति के अभिभाषण और उस पर चर्चा के लिए 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू हो रहा है। वहीं, राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून से शुरू होने जा रहा है। दोनों सदनों की कार्यवाही 3 जुलाई को समाप्त होगी।
लोकसभा सत्र के पहले दो दिन यानी 24 और 25 जून को नवनिर्वाचित सांसद संसद सदस्यता की शपथ लेंगे। सांसदों के शपथ ग्रहण कार्यक्रम के संपन्न होने के बाद 26 जून को लोकसभा के नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री मोदी स्वयं 26 जून को सदन में लोकसभा अध्यक्ष के उम्मीदवार का नाम प्रस्तावित करेंगे और पूरे सदन से उन्हें सर्वसम्मति से चुनने का आग्रह करेंगे। बताया जा रहा है कि इस बार लोकसभा उपाध्यक्ष का चुनाव भी हो सकता है। हालांकि, इसे लेकर अभी तक सरकार की तरफ से अपने पत्ते नहीं खोले गए हैं।
सांसदों के शपथ ग्रहण और लोकसभा अध्यक्ष के चुनाव के बाद पीएम मोदी अपने मंत्रियों का परिचय सदन से कराएंगे। 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर दोनों सदनों में अलग-अलग चर्चा भी होगी। प्रधानमंत्री मोदी दोनों सदनों में 2 और 3 जुलाई को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब भी देंगे।