देश के टॉप उद्योगपति से ब्लैकमेल कर मांगे 20 करोड़, 10 गिरफ्तार, पूरा मामला जान पुलिस अफसरों के भी उडे होश
दिल्ली पुलिस और ED की जॉइंट टीम ने जापानी पेंट कंपनी निप्पॉन के सीनियर एग्जीक्यूटिव को धमकाने वाली गैंग के 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस गैंग ने बॉलीवुड फिल्म स्पेशल-26 की तर्ज पर निप्पॉन के मुंबई ऑफिस में कंपनी के प्रेसिडेंट और डायरेक्टर पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया। इसके बाद फर्जी समन भेजकर दिल्ली आने को कहा। इतना ही नहीं, केस बंद करने के लिए इन लोगों ने 20 करोड़ रुपए की डिमांड भी रखी। कंपनी के अधिकारियों को इस पर संदेह हुआ तो उन्होंने ED को इसकी जानकारी दी। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ।
इस पूरे मामले में 10 लोगों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने बयान जारी किया। पुलिस ने बताया कि धोखाधड़ी करने वाली गैंग ने एजेंसी के समन की फर्जी कॉपी मुंबई स्थित निप्पॉन कंपनी के अधिकारियों को भेजी थी।
गैंग के मेंबर्स ने कंपनी के अफसरों से संपर्क किया और उनसे कहा कि ED के कुछ अधिकारियों से उनके अच्छे संबंध हैं और वे मामले को 15-20 करोड़ रुपए में रफा-दफा कर सकते हैं। यह गैंग कई राज्यों में एक्टिव था और बड़े बिजनेसमैन और हाई-प्रोफाइल लोगों को ED के नाम पर फर्जी समन या नोटिस भेजकर डराया-धमकाया करता था।
पुलिस के मुताबिक, इस पूरे मामले में ED के अफसरों ने गैंग के लोगों को ट्रैप किया। इन लोगों को नेगोशिएशन के लिए दिल्ली बुलाया गया, जहां दिल्ली पुलिस और ED की जॉइंट टीम ने इस गैंग के मुखिया अखिलेश मिश्रा और 9 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
गैंग के सदस्य देवेंद्र दुबे ने निप्पॉन कंपनी के प्रेसिडेंट और डायरेक्टर को धमकाकर पैसों की डिमांड की थी। उसने धमकी दी थी कि अगर उसे 20 करोड़ रुपए नहीं दिए गए तो वह उन्हें अगले ही दिन गिरफ्तार कर लेगा। उसकी कार पर सरकारी स्टिकर भी लगे मिले, जिससे साफ हुआ कि वह ED अफसर होने का ढोंग कर रहा था।
मामला सामने आने के बाद ED ने कहा कि वह लोगों को ऐसे असमाजिक तत्वों के बारे में अलर्ट कर रही है जो उसके दस्तावेजों की फर्जी कॉपी बनाकर लोगों को धमका रहे हैं। एजेंसी ने कहा कि उसने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA और फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA) के तहत समन भेजने के लिए फूल-प्रूफ मैकेनिज्म तैयार किया है।
ये समन इलेक्ट्रॉनिकली जनरेट होते हैं और इन पर एक QR कोड होता है, जिसे स्कैन करके समन को वेरिफाई किया जा सकता है। क्यूआर कोड को स्कैन करने पर आप ED के पोर्टल पर पहुंच जाएंगे जहां आपको एक पासकोड डालने पर उस समन से जुड़ी सारी जानकारी मिल जाएगी।