कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राणाघाट में सीमा चौकी के पास बुधवार को बीएसएफ की एक कॉन्स्टेबल ने 13-14 हथियारबंद घुसपैठियों के एक गिरोह का सामना किया। वह अकेली थी, चारों तरफ से घुसपैठियों से घिरी थी, जान जोखिम में थी लेकिन इन सबके बावजूद वह डटी रही। घुसपैठियों को अकेले ही बांग्लादेश वापस खदेड़ने में कामयाब रही। अब इस बीएसएफ की महिला जवान की खूब तारीफ हो रही है। यह पहली घटना नहीं है, बीते दिनों से लगातार बांग्लादेश से अवैध तरीके से घुसपैठ होने के प्रयास को बीएसएफ असफल कर रही है। अवैध तस्करी के कई सामान भी जब्त किए गए हैं। घुसपैठियों ने बॉर्डर पर तैनात बीएसएफ के जवानों को घायल भी किया है।
बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि रात करीब 2 बजे कॉन्टेबल ने चाकुओं और तलवारों से लैस घुसपैठियों को सीमा की बाड़ पार करते हुए देखा। बीएसएफ साउथ बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता डीआईजी एके आर्य ने बताया, ‘उसने घुसपैठियों पर हमला किया और उन्हें मौखिक चेतावनी दी, लेकिन वे भारतीय क्षेत्र में घुस आए, कॉन्स्टेबल को घेर लिया और उस पर हमला कर दिया। तब तक एक साथी जवान ने उसकी चेतावनी पर प्रतिक्रिया दी और घुसपैठियों की ओर एक स्टन ग्रेनेड फेंक दिया।’
घुसपैठियों ने जैसे ही चढ़ाई जारी रखी, कॉन्स्टेबल ने उन पर गोली चला दी और उन्हें वापस बांग्लादेश भागने पर मजबूर कर दिया। आर्य ने कहा कि बीएसएफ किसी घुसपैठिए के घायल होने की संभावना से इनकार नहीं कर रहा है।
आर्य ने कहा, ‘यह कोई अकेली घटना नहीं है। हाल ही में कृष्णानगर, नादिया, बामनाबाद, राजनगर और बेहरामपुर में सेक्टर मुख्यालयों की सीमा चौकियों पर पशु तस्करों और घुसपैठियों ने जवानों पर इस तरह के हमले किए गए हैं। जवानों को आत्मरक्षा में गोली चलानी पड़ी और उन्होंने तस्करी और अवैध घुसपैठ की घटनाओं को विफल कर दिया। उन्होंने अवैध ड्रग्स, पशु और अन्य अवैध सामान जब्त किए हैं।’
रानाघाट की घटना के एक दिन पहले बेहरामपुर में मधुबना चौकी के पास भी इसी तरह की घटना हुई थी। भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी के प्रयास को सफलतापूर्वक विफल करने के दौरान एक जवान घायल हो गए थे। अधिकारियों ने कहा कि जवान ने 8-10 तस्करों को देखा और जब उसने उन्हें चुनौती दी, तो उन्होंने उस पर हमला कर दिया। उसने तस्करों पर गोली चलाई और उन्हें पीछे धकेल दिया।
27 जुलाई को कल्याणी सीमा चौकी पर एक अन्य जवान को घुसपैठियों पर गोली चलानी पड़ी। बीएसएफ ने बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ बैठक की है और बीएसएफ ने इन अकारण हमलों के खिलाफ कड़ा विरोध दर्ज कराया है।