सिलीगुड़ी । सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की मदद से शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में बांग्लादेश से लगती सीमा पर घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया।
सीमा सुरक्षा बल के एक प्रवक्ता के अनुसार, बीएसएफ को “पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में भारत-बांग्लादेश सीमा पर लगभग 1,000 बांग्लादेशी नागरिकों के सीमा पर आने की बात पता चली, जो भारत में शरण लेने के इरादे से सीमा पर आ रहे थे”। प्रवक्ता ने कहा कि इन लोगों का पता चलने पर, बीएसएफ ने तुरंत इन बांग्लादेशी नागरिकों को वापस लेने के लिए बीजीबी से संपर्क किया। इसके बाद दोनों एजेंसियों की तरफ से यह सुनिश्चित किया गया कि सीमा पर शांतिपूर्ण तरीके से स्थिति नियंत्रित की जाए।
कूचबिहार जिले के स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करके बीएसएफ की त्वरित कार्रवाई ने मुद्दे को हल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि यह ऑपरेशन बताता है कि बीएसएफ के जवान भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए अटूट प्रतिबद्धता के साथ डटे हैं। इसके अलावा बीएसएफ मानवतापूर्ण तरीके से स्थिति को हल करने की कोशिश कर रहा है और ‘अंतरराष्ट्रीय नियमों का सख्त पालन’ करने के प्रति सजग है।
बीएसएफ के पीआरओ के अनुसार, यह चुनौती बीएसएफ के लिए नई है। ये सुरक्षा बल मुख्य तौर पर बांग्लादेश और पाकिस्तान की सीमाओं की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाते हैं।
शेख हसीना को उनके प्रधानमंत्री पद इस्तीफा देने के बाद बांग्लादेश में फैली अशांति और हिंसक विरोध प्रदर्शन से पड़ोसी देश में फैली अस्थिरता के घटनाक्रमों को देखते हुए भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
बीएसएफ, तटरक्षक बल और तटीय पुलिस सहित विभिन्न केंद्रीय और राज्य सुरक्षा एजेंसियों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में फैले सुंदरबन क्षेत्र में बांग्लादेश के साथ समुद्री सीमाओं पर गश्ती बढ़ा दी है। पड़ोसी देश में चल रहे संकट को देखते हुए भारत में अवैध घुसपैठ रोकने के लिए यह सबसे जरूरी समय है।