मुंबई: महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट सत्र 10 मार्च यानी आज से शुरू होने जा रहा है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार वित्त एवं योजना मंत्री के तौर पर आज वर्ष 2025-26 के लिए देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार का पहला बजट पेश करेंगे। यह पहली बार है जब अजित मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार का बजट पेश करेंगे।
आज ही फडणवीस सरकार के 100 दिन भी पूरे हो रहे हैं। यह महायुति सरकार का पहला पूर्ण सत्र होगा क्योंकि नागपुर में शीतकालीन सत्र मंत्रियों को शपथ दिलाए बिना आयोजित किया गया था। महाराष्ट्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही लाडकी बहिन योजना को लेकर कहा जा रहा था कि इससे राज्य की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। इसलिए अब ये देखना दिलचस्प होगा कि डिप्टी सीएम व वित्त मंत्री अजित पवार इस योजना को जारी रखते हुए महाराष्ट्र की जनता के लिए कोई तोहफा लेकर आते है या फिर जनता को झटका देना चाहते है।
विपक्ष खोजेगा गलतियां
महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था डगमगाने से राज्य की आर्थिक स्थिति काफी नाजुक बताई जा रही है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए और चुनाव के दौरान अपने किए वादों को पूरा करने के लिए सरकार क्या कदम उठाती है, ये देखना अहम होगा। अब तक विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष पहले ही महायुति सरकार को कई मुद्दों को लेकर हमला कर चुका है इसलिए सरकार इस बात का भी ध्यान रखना चाहेगी कि बजट से विपक्ष को सरकार पर हमला करने का मौका न मिले।
जनता को है काफी उम्मीद
कोविड संकट के दौरान जब कई राज्यों की अर्थव्यवस्था संकट में थी, तब महाराष्ट्र के वित्तीय अनुशासन को बिगड़ने नहीं देने के लिए अजित पवार की केंद्रीय स्तर पर प्रशंसा की गई थी। किसान, मजदूर, महिलाएं, दलित, आदिवासी, छात्र और युवा उनके बजट के केंद्र बिंदु रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को 2021 के बजट की घोषणा करते हुए उन्होंने इसे राज्य की महिला शक्ति को समर्पित किया था। 2022 का बजट राष्ट्र रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज के स्मृति दिवस 11 मार्च को पेश किया गया। वे छत्रपति संभाजी महाराज की वीरता, बलिदान, समर्पण और स्वराज्य के प्रति निष्ठा के प्रति समर्पित थे।