हिल गई बिल्डिंग, रोने लगे बच्चे.. भूकंप के तेज झटकों से दहशत में दिल्ली-NCR, डरकर घरों से बाहर निकले लोग

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नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में सोमवार सुबह धरती कांप उठी. सुबह 5:36 बजे आए भूकंप ने लोगों को झकझोर कर रख दिया. झटके इतने तेज थे कि पूरी इमारतें हिलने लगीं, पंखे और बर्तन तक कांपने लगे. गहरी नींद में सो रहे लोग अचानक जाग उठे और अपने परिवार को लेकर घबराहट में घरों से बाहर दौड़ पड़े. कुछ इलाकों में तो घर की दीवारों में दरारें तक आ गईं.

दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम समेत पूरे एनसीआर में इस भूकंप के झटके महसूस किए गए. कई लोगों ने बताया कि उन्हें इतनी जोरदार आवाज और कंपन पहले कभी महसूस नहीं हुआ. इस डरावने अनुभव को लोगों ने साझा किया और बताया कि कैसे कुछ सेकेंड की इस घटना ने उन्हें दहशत में डाल दिया.

इमारतें हिलने लगीं, नींद से जागकर भागे लोग
सुबह-सुबह अचानक धरती कांपी और लोगों को ऐसा लगा जैसे पूरी बिल्डिंग लहरा रही हो. प्रदीप श्रीवास्तव, जो पानी पीने के लिए उठे थे, ने बताया, “पहले तो समझ नहीं आया कि क्या हो रहा है, लेकिन जब झटके लगातार महसूस होने लगे, तो मैं घबराकर अपनी पत्नी और बच्चों को उठाने लगा. जब तक हम बाहर निकलते, भूकंप के झटके थम चुके थे, लेकिन यह अनुभव बेहद डरावना था.”

बर्तन गिरने लगे, पूरा किचन हिल गया
मनीषा, जो सुबह अपने बच्चों को स्कूल भेजने की तैयारी कर रही थीं, ने कहा, “मैं किचन में नाश्ता बना रही थी, तभी बर्तन गिरने लगे और पूरा किचन हिलने लगा. इससे पहले भी दिल्ली में कई बार भूकंप आया है, लेकिन इतनी तेज आवाज और झटके पहली बार महसूस किए हैं.” उनके मुताबिक, उनके घर के आसपास के कुछ मकानों में दरारें भी आ गई हैं.

मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे, लेकिन भूकंप ने हिला दिया
विजय शर्मा ने बताया कि वह सुबह की सैर पर निकलने वाले थे, तभी उन्हें ज़मीन हिलती महसूस हुई. उन्होंने कहा,
“झटके इतने तेज थे कि सो रहे लोग भी घबराकर जाग गए और सभी घरों से बाहर निकल आए. कुछ समय तक हम सभी घरों से बाहर ही खड़े रहे, क्योंकि दोबारा झटकों का डर बना हुआ था.”

भूकंप की तीव्रता और केंद्र पर अब भी अपडेट का इंतजार
शुरुआती जानकारी के अनुसार, इस भूकंप की तीव्रता लगभग 4.0 मैग्नीट्यूड थी, लेकिन अभी तक इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि बाकी है. भूकंप का केंद्र कहां था, इसका सटीक विवरण भी जल्द जारी होने की उम्मीद है.

लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर सिस्मिक जोन 4 में आता है, जहां भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है. लोगों को भूकंप के दौरान घबराने की बजाय सुरक्षित स्थानों पर जाने और सतर्क रहने की जरूरत है.

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