नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 8,399 करोड़ रुपए के निवेश से दो और दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर – लाजपत नगर से साकेत जी ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ – के लिए मंजूरी दे दी। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने ये जानकारी दी है।
मंत्री ने कहा, दिल्ली मेट्रो के चरण-4 परियोजना के इन दो गलियारों की कुल लागत 8,399 करोड़ रुपये है, जो केंद्र सरकार (4,309 करोड़ रुपये), दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसियों से हासिल की जाएगी।
इन दो लाइनों में 20.762 किलोमीटर शामिल होंगे। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, पिंक को जोड़ेगा।
लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से एलिवेटेड होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे। इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर में 11.349 किलोमीटर लंबी अंडरग्राउंड लाइन और 1.028 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड लाइन होगी, जिनमें 10 स्टेशन होंगे।
इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ लाइन हरियाणा के बहादुरगढ़ क्षेत्र को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इन क्षेत्रों के यात्री इंद्रप्रस्थ के साथ-साथ मध्य और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों तक सीधे पहुंचने के लिए ग्रीन लाइन का उपयोग कर सकेंगे।
इन कॉरिडोर पर इंद्रलोक, नबी करीम, नई दिल्ली, दिल्ली गेट, इंद्रप्रस्थ, लाजपत नगर, चिराग दिल्ली और साकेत जी ब्लॉक में आठ नए इंटरचेंज स्टेशन बनेंगे। ये स्टेशन दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सभी परिचालन लाइनों के बीच इंटरकनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार करेंगे। दिल्ली मेट्रो पहले से ही अपने विस्तार के चौथे चरण के तहत 65 किलोमीटर का नेटवर्क बना रही है। इन नए गलियारों के मार्च 2026 तक पूरा होने की उम्मीद है।