नई दिल्ली: 2023 गणतंत्र दिवस परेड में देश में पहली बार सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (CAPF) की एक कॉमन झांकी शिरकत करेगी, जिसमें इस साल की थीम ‘नारी शक्ति’ होगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी सीएपीएफ के लिए एक झांकी बनाने का फैसला किया है. पहले सीएपीएफ को प्रस्ताव भेजना पड़ता था और केवल एक बल को अपनी झांकी दिखाने के लिए चयन समिति से मंजूरी मिलती थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, अब सबकी एक कॉमन झांकी निकाली जाएगी.
केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस की झांकी के लिए तीन थीम प्रस्तावित की हैं – India@75, अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष और नारी शक्ति. सूत्रों ने बताया कि CAPFs ने सामूहिक रूप से एक विषय पर फैसला किया जिसे आगे रक्षा मंत्रालय के लिए प्रस्तावित किया गया था. आवश्यक स्वीकृति मिलने के बाद, सीएपीएफ ने उस पर काम करना शुरू कर दिया है. 2023 से हर साल परेड में एक झांकी निकाली जाएगी. थीम तय करने के बाद, CAPFs को प्रस्ताव के कार्यान्वयन का प्रभार मिलेगा और बारी-बारी से झांकी का नेतृत्व करेंगे.
इस बार झांकी का नेतृत्व और कार्य करने का जिम्मा CRPF को दिया गया है और गृह मंत्रालय की देखरेख में अन्य बल इसमें सहयोग करेंगे. सूत्रों ने पुष्टि की कि सभी सीएपीएफ ‘नारी शक्ति’ विषय पर जोर देने के लिए अपनी महिला सिपाहियों को भेजेंगे. इस साल के लिए रक्षा मंत्रालय ने सभी प्रतिभागियों को अपनी झांकी दिखाने के लिए ‘प्रसिद्ध संस्थानों के युवा योग्य डिजाइनरों’ को शामिल करने के लिए कहा है.
मंत्रालय ने सुझाव दिया, “झांकियों के उज्ज्वल प्रदर्शन के लिए सभी को इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले वॉल (LED, HD, 4K) का उपयोग करना चाहिए. रोबोटिक्स का उपयोग करते हुए सामग्रियों को हिलाने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए.” मंत्रालय ने यह भी कहा है कि झांकी के लिए पर्यावरण के अनुकूल सामग्री का उपयोग जरूरी है और परेड के बाद किसी महत्वपूर्ण स्थान पर प्रदर्शन की व्यवहार्यता पर विचार किया जाना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें.