आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में नवनिर्वाचित सांसद समेत 161 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

0 93

लखनऊ : बलिया से समाजवादी पार्टी के नवनिर्वाचित सांसद सनातन पांडेय समेत 161 लोगों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता और निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि बलिया पुलिस थाने के प्रभारी संजय सिंह ने पांडेय और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी के अनुसार चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के दौरान पांडे तथा उनके समर्थकों ने रास्ता जाम कर यातायात अवरुद्ध कर दिया था और इस तरह उन्होंने आचार संहिता और निषेधाज्ञा का उल्लंघन किया।

सूत्रों ने बताया कि सांसद और उनके समर्थकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 143 (गैरकानूनी जमावड़ा), 186 (सरकारी काम में बाधा डालना), 188 (निषेधाज्ञा आदेशों का उल्लंघन) और 341 (गलत तरीके से रोकना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। मामले की जांच की जा रही है।

आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में हुईं सजाओं ने लोकसभा चुनाव-2024 में खासा असर दिखाया। सजा के चलते कुर्सी जाने का डर और पुलिस व चुनाव आयोग की सख्ती के कारण आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में वर्ष 2019 के चुनाव के मुकाबले 58% तक की कमी आई है। 2019 में आचार संहिता उल्लंघन के 479 मामले दर्ज हुए थे, जबकि इस बार यह आंकड़ा घटकर 279 रह गया। इसमें 18 मामले NCR (असंज्ञेय अपराध) के हैं।

इस बार आचार संहिता उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले सपा प्रत्याशियों के खिलाफ दर्ज हुए। जिन सपा नेताओं के खिलाफ केस हुए हैं, उनमें धर्मेंद्र यादव (NCR दर्ज हुई है), रूचि वीरा, जिया उर रहमान बर्क, श्रेया वर्मा, भीष्म शंकर तिवारी उर्फ कुशल तिवारी, नवल किशोर शाक्य, राम भुआल निषाद, भीम निषाद (पहले प्रत्याशी थे फिर टिकट कट गया था), प्रिया सरोज और उनके विधायक पिता तूफानी सरोज, सनातन पांडेय, बाबू सिंह कुशवाहा, इकरा हसन, हरेंद्र मलिक और उनके विधायक बेटे पंकज मलिक, सुनीता वर्मा शामिल हैं। कानपुर से सपा विधायक अमिताभ वाजपेई के खिलाफ भी केस हुआ है।

सपा के सहयोगी दल कांग्रेस के नेताओं पर भी मुकदमे दर्ज हुए हैं। इसमें पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद, झांसी से प्रत्याशी प्रदीप जैन आदित्य, आगरा के प्रत्याशी रामनाथ सिकरवार, प्रयागराज से प्रत्याशी उज्ज्वल रमण सिंह के पिता और पूर्व मंत्री रेवती रमण सिंह, अमेठी के प्रत्याशी केएल शर्मा के नाम शामिल हैं।

लगातार विवादों में रहे बाहुबली सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी शक्ति प्रदर्शन के चलते मुकदमों की जद में आ गए। भारी भरकम काफिला लेकर निकलने के मामले में उन पर केस दर्ज हुआ। उनके बेटे और कैसरगंज से बीजेपी प्रत्याशी करण भूषण सिंह के खिलाफ भी आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ। इटावा से चुनाव लड़ रहे बीजेपी सांसद रामशंकर कठेरिया के खिलाफ भी NCR दर्ज हुई। गोंडा से बीजेपी प्रत्याशी कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया के खिलाफ भी केस हुआ है। वेस्ट यूपी के बाहुबली और रालोद विधायक मदन भैया के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ।

मायावती के भतीजे आकाश आनंद को सीतापुर में जोश भरा भड़काऊ भाषण देना काफी भारी पड़ा। उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता का मामला तो दर्ज ही हुआ पार्टी में भी उन्हें किनारे लगा दिया गया। उत्तराधिकारी की कुर्सी तो गंवाई, चुनाव प्रचार पर भी जाने पर बसपा प्रमुख मायावती ने रोक लगा दी। उनके अलावा बीएसपी नेता कलाम शाह, जीशान खां, श्रीपाल राणा के खिलाफ केस हुए हैं।

आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले
2014 में 398 केस
2019 में 479 केस
2024 में 279 केस

 

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया Vnation के Facebook पेज को LikeTwitter पर Follow करना न भूलें...
Leave A Reply

Your email address will not be published.